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अंततः मजबूर हो नारी शक्ति स्कूल प्रबंधक व मोहल्ले वासी शराब भट्टी हटाने की मांग को लेकर बैठे भूख हड़ताल पर

26 नवंबर 2022

बिलासपुर-{जनहित न्यूज़} बिलासपुर
ज्ञात हो कि सरकंडा अरविंद नगर वार्ड 63 व संत नामदेव नगर वार्ड 65 बंधवापारा के बीचो बीच शराब भट्टी और स्कूल के नजदीक होने के कारण वहां बच्चों और पालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जिसके लिए विगत 2 वर्षों से संघर्षरत मोहल्ले वासी व स्कूल प्रबंधक ने कई बार शासन को लिखित आवेदन देकर उक्त शराब भट्टी को कहीं और शिफ्ट करने की गुहार निरंतर लगाते आ रहे है अभी हाल ही में मोहल्ले की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट में उग्र प्रदर्शन कर भट्टी को अन्य जगह शिफ्ट करने की कलेक्टर से गुहार लगाई थी जिसका कोई असर आज तक दिखाई नहीं पड़ा आज उसी कड़ी में नारी शक्ति संस्था ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठाते हुए सरकार को इसमें कठोर कदम उठाने मजबूर करने हेतु मोहल्ले की महिलाएं स्कूल प्रबंधक नारी शक्ति की महिलाओं ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है।


देखने वाली बात यह है कि क्या इन दो वर्षों से शासन के किसी अधिकारी को इस विसंगति को दुरुस्त करने हेतु कोई विचार नहीं आया मजे की बात तो यह है कि शासन के साथ स्कूल प्रबंधक और मोहल्ले वासियों ने जनप्रतिनिधियों को भी कई बार भट्टी को वहां से हटाने की मांग को लेकर लिखित में आवेदन भी दिया है लेकिन शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधि शायद विधा के मंदिर के पास भट्टी होने से मोहल्ले वासिसो की दिक्कतों से कहीं ज्यादा अहमियत शराब भट्टी को दे रहे हैं क्योंकि ऐसा यदि नहीं है तो अब तक इस पर कार्यवाही क्यों नहीं हुई!
यह सोचने वाली बात है अब यहां मोहल्ले वाले और नारी शक्ति स्कूल प्रबंधन आज सुबह से ही तंबू लगाकर शराब भट्टी हटाए जाने तक मांग करते हुए सुबह से ही भूख हड़ताल करने का ऐलान कर दिया है जिसमें मोहल्ले वासी की महिलाएं स्कूल प्रबंधन के बच्चे और नारी शक्ति की महिलाओं ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए इस भूख हड़ताल के माध्यम से शासन को चेतावनी देते भट्टी को कहीं दूसरी जगह शिफ्ट करने की बात कही वहीं ड्रीमलेण्ड स्कूल की

बाईट- प्राचार्या श्रीमती निवेदिता सरकार

प्राचार्या श्रीमती निवेदिता सरकार ने कहा कि हमारी यह मांग कोई गैरजरूरी नही वरन लाजमी मांग है फिर क्यों नही अब तक इसपर कार्यवाही हुई यह बात समझ से परे है।
शासन को यह भी देखना चाहिए की स्कूल के नजदीक शराबियों का आवागमन और शराब भट्टी होने से उनकी मानसिकता पर क्या प्रभाव पड़ रहा है हमने दो साल से हर प्रयास कर लिया लेकिन पता नहीं क्यों शासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा जो कि बड़ा सोचनीय विषय है। यहां तक कि शासन के अलावा हमने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी लिखित में आवेदन देकर कई बार निवेदन किया लेकिन फिर भी आज तक कार्यवाही के नाम शून्य की स्थिति के हालात क्यों हैं..? उन्होंने यह भी कहा कि अब जब तक भट्टी नहीं हटेगी हमारी यह भूख हड़ताल निरंतर जारी रहेगी।


अब देखना यह है एक शराब भट्टी को हटाने के लिए जो कि वास्तव में स्कूल और मोहल्ले के बीच में है जिसे शासन को तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे कहीं अन्य जगह शिफ्ट कर देता है या नही जबकि वास्तव में उनकी मांग एकदम उचित है,और शासन को इस पर अब तक कार्यवाही कर देनी चाहिए थी परंतु ऐसा हुआ नहीं और अब नौबत भूख हड़ताल तक आ गई।

बाईट-दीपा शर्मा नारी शक्ति

इस भूख हड़ताल में मोहल्ले वासियों के साथ नारी शक्ति व स्कूली बच्चे और पालक गण और भारी संख्या में महिलाएँ भी तंबू गाड़ कर भूख हड़ताल पर बैठ गए है।
जिससे सरकार की किरकिरी हो रही है।
बहराल अब बात अब इस विषय पर निर्भर है की शराब भट्टी और शिक्षा के मंदिर में जीत किसकी होती है,तथा सरकार किसे अहम मानती है ।