नगर निगम कमिश्नर की तानाशाह कार्यवाही से भड़के हिन्दु संगठन चारो तरफ उठे विरोध के स्वर अब आंदोलन की तैयारी…
16 सितंबर 2023
बिलासपुर-{जनहित न्यूज}
एक तरफ पूरे देश मे कुछ राजनितिक दल के शीर्ष पद पर बैठे मंत्री और नेता सनातन धर्म को अलग -अलग परिभाषित कर रहे है वही वोट की राजनीति मे अपना स्वयं का ही धर्म भी दांव पर लगा रहे है। आज हम उसी अध्याय की एक और तस्वीर को दिखाने मजबूर है। बात छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की है यहाँ नगर निगम के कमिश्नर ने एक ऐसी कार्यवाही का आदेश दे दिया जिससे समूचे नगर मे विरोध की चिंगारी भड़क उठी है।
मामला कृष्णा पैलेस अमेरी रोड में रहने वाले राजेश तिवारी की निजी भूमि पर बने टीन शैड को महज इसलिए ढहा दिया गया की उसमे एक परिवार के द्वारा वहा गौ माता का पालन किया जा रहा था तथा अपने घरेलू उपयोग हेतु छोटा सा गोबर प्लांट लगाया गया था। लेकिन श्री तिवारी के पड़ोस मे ही रहने वाले कमिश्नर के चहेते एक परिवार को दिक्कत थी साहब आप इतने बड़े प्रोजेक्ट की कमान संभाले हुए है और एक छोटी सी व्याहवारिक दिक्कत का कोई समुचित हल नहीं खोज पाये और उस चहेते परिवार की खुशामदी कर एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए एक मूक पशु गौ माता के सर से छत ही छीन ली यह कार्य अशोभनीय है। होना तो ये चाहिए था की आप कार्यवाही न करते हुए कोई हल दोनो परिवारों से मिलकर निकाल लेते पर आपने ऐसा नहीं किया खैर अब आपके द्वारा की गई कार्यवाही से तिवारी परिवार बड़ा ही शुब्ध है और गौ माता खुली छत के नीचे अपने बछडे के साथ बारिश मे व धूप मे आपके कृत्य को झेल रही है।
वही दूसरी तरफ हिन्दु संगठन इसे धार्मिक और आस्था पर प्रहार के रूप मे देखते हुए नगर निगम के खिलाफ एक बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है।यहाँ सोचने वाली बात ये है की उस शिकायत करने वाले परिवार पर आखिर नगर निगम इतना ज्यादा मेहरबान क्यो है की किसी परिवार की निजी जमीन पर गौपालन को अवैध करार देते हुए असंवेधानिक कार्यवाही कर दी गई और वो भी जमीन मालिक की गैर मौजूदगी मे उसके शैड पर बुलडोजर चलवा दिया।
ज्ञात हो की जिस समय नगर निगम की टीम अपने लाव लश्कर व स्थानीय पुलिस के साथ श्री तिवारी के घर कार्यवाही करने पहुंची उस वक्त उनके घर पर सिर्फ उनकी 80 वर्ष की माता जी व उनकी 12 व 15 साल की साल 2 बेटी मौजूद थी एक इंसानियत के नाते ही क्या राजेश तिवारी को जो की भूमि मालिक है उनको सूचना दी जाती…?
क्या ऐसा नहीं हो सकता की उन्हे कुछ दिन की मोहलत दी जाती ताकि वे इस समस्या का कोई उचित हल निकाल लेते…?
और तो और नगर निगम व पुलिस के साथ पहुँच बुलडोजर की कार्यवाही कर दी क्या वो किसी बड़े अपराधिक गतिविधियों मे लिप्त थे ,एक साधारण परिवार के लोग हिन्दु धर्म के प्रति आस्था रखने वाले परिवार द्वारा गौ माता को पालना उनका इतना बड़ा गुनाह हो गया की पूरे मोहल्ले मे आपने उनके चर्चे आम कर दिये, जबकी उनका गुनाह सिर्फ और सिर्फ गौ पालन और उस गुनाह की ऐसी सजा के रूप मे आपके द्वारा एक तरफा इस तरह की कार्यवाही न्याय संगत नहीं लगती साहेब…!
आज तिवारी परिवार मानसिक प्रताड़ना जो सह रहा है उसकी कल्पना नहीं की जा सकती।