बोले सीवीआरयू कुलपति…
भारतीय पारंपरिक ज्ञान को स्वीकार करें और भारतीय जीवन शैली को अपनाए●◆●
14 नवंबर 2024
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़} बिलासपुर विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय में शुगर और ब्लड प्रेशर स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी, प्राध्यापक ,अधिकारी, के साथ-साथ उन्नत भारत अभियान के तहत गोद ग्राम के निवासियों का भी शुगर ब्लड प्रेशर जांच किया गया .इस अवसर पर लोगों को मधुमेह से बचने , अपनी दिनचर्या व्यवस्थित करने और खान-पान के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई . इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं डायबिटीज सोसाइटी के स्टेट सेक्रेटरी डॉ अविजीत रायजादा उपस्थित थे. यह आयोजन फार्मेसी, एनएसएस ,एनसीसी, एवं आइक्यूएसी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ अरविंद तिवारी ने बताया कि सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में विश्वविद्यालय हमेशा से आगे रहा है. खासकर स्वास्थ्य को लेकर हमेशा विश्वविद्यालय संवेदनशील और सजगता से कार्यकर्ता रहा है. मधुमेह की बीमारी तेजी से पूरी दुनिया में अपने पैर पसार रही है बहुत कम उम्र के लोग से लेकर अधिक उम्र के लोग भी शुगर के मरीज पाए जाने लगे हैं. विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर विशाल शिविर का आयोजन किया गया जिसमें विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों पर अध्यापकों एवं अधिकारियों का शुगर एवं ब्लड प्रेशर जांच किया गया साथी उन्हें दवाइयां के बारे में जानकारी दी गई. उन्होंने यह भी बताया कि इस अवसर पर विश्वविद्यालय कैंपस के अलावा आसपास के आंचल के नागरिकों एवं उन्नत भारत अभियान के तहत विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गांव के लोगों को भी बुलाया गया था. यहां सभी का ब्लड प्रेशर एवं शुगर जांच किया गया. बड़ी संख्या में विद्यार्थी प्राध्यापक अंचल के ग्रामीण एवं गोद ग्राम से आए लोग उपस्थित थे।
मधुमेह दिल दिमाग और किडनी का दुश्मन- डॉ रायजादा
इस अवसर पर उपस्थित डीआर सीवी रमन विश्वविद्यालय के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं डायबिटीज सोसाइटी के स्टेट सेक्रेटरी डॉ अविजीत रायजादा ने कहा कि मधुमेह न होने से व्यक्ति की उम्र 15 से 20 साल अधिक हो सकती है. मधुमेह से किडनी फेल होने पर महिला की उम्र और कार्य करने की क्षमता 17 साल कम हो सकती है। अंधेपन का प्रमुख कारण भी मधुमेह है।
मधुमेह होने से लकवा तीन गुना हार्ट अटैक ढाई गुना, घाव होने पर पैर काटने की घटना 5 गुना बढ़ जाती है, ब्लड प्रेशर ,धूम्रपान, तनाव और अलसी भरा जीवन मधुमेह से मृत्यु के मुख्य कारण है। उन्होंने यह भी बताया कि हर मरीज को निरंतर दवाइयां लेकर अपने जीवन दिनचर्या को ठीक करना चाहिए,भारत में मधुमेह की दवाएं सबसे सस्ती हैं…
भारतीय पारंपरिक ज्ञान को स्वीकार करें और भारतीय जीवन शैली को अपनाए- कुलपति
इस अवसर पर उपस्थित विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि किसी भी बीमारी का समाधान उसकी जागरूकता से शुरू होता है और शिक्षण संस्थान होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि हम ऐसी बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करें ताकि इससे बचाव हो आज यह शिविर का आयोजन में सैकड़ो लोगों ने लाभ उठाया है।
और हमें भारतीय ज्ञान समझ कर और भारतीय जीवन शैली को अपने में जीवन में स्वीकार करना चाहिए तभी हम स्वस्थ रहेंगे और स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे।