
संत समाज ने की निंदा प्रशासन से सुरक्षा की लगाई गुहार…
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़} बिलासपुर सरकंडा स्थित सुभाष चौक त्रिदेव मंदिर श्री पीतांबरा पीठ में रजत जयंती उत्सव के अवसर पर देवी भागवत कथा सहित विविध धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देशभर से आए संत शामिल हो रहे हैं। इस दौरान पीठाधीश्वर आचार्य डॉ. दिनेश चंद्र महाराज पर असामाजिक तत्व द्वारा हमला किए जाने की घटना सामने आई है, जिससे संत समाज में आक्रोश व्याप्त है।
शनिवार को श्री स्वामी सर्वेश्वरानंद सरस्वती (भक्ति पीठाधीश्वर, बृजघाट हापुर, उत्तर प्रदेश), श्री 108 स्वामी अभेदानंद सरस्वती (परमार्थ ज्ञान मंदिर, हरिद्वार, उत्तराखंड) और आचार्य दिनेश चंद्र महाराज ने बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए इस घटना की जानकारी दी।
आचार्य दिनेश चंद्र महाराज ने बताया कि जिस गली में मां बगलामुखी मंदिर स्थित है, वहां रहने वाला युवक निखिल पांडे लगातार धार्मिक क्रियाकलापों में बाधा डाल रहा है। उन्होंने बताया कि 3 अप्रैल की सुबह 10 बजे निखिल पांडे ने उन्हें गाली-गलौज करते हुए धक्का दिया और जान से मारने की धमकी दी। इसी दिन दोपहर में उसने श्रद्धालुओं के बीच जाकर कथा में विघ्न डालते हुए हंगामा किया।
इस मामले में सरकंडा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई, जिसके तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296 और 351(2) के तहत केस दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया, मगर यह जमानती अपराध होने के कारण उसे थाने से ही मुचलके पर छोड़ दिया गया।
आचार्य दिनेश ने बताया कि आरोपी द्वारा बार-बार धार्मिक आयोजनों में विघ्न उत्पन्न किया जा रहा है। उसने गली में आवाजाही बाधित करने के लिए मोटरसाइकिल और कुर्सी का भी प्रयोग किया, साथ ही पुलिस को बार-बार झूठी शिकायत कर गुमराह किया। जबकि आयोजकों के पास ध्वनि विस्तारक यंत्र चलाने की वैध अनुमति है, और कथा मात्र 20 डेसीबल ध्वनि पर की जा रही है।
उन्होंने कहा कि यह केवल उनका नहीं बल्कि पूरे संत समाज का अपमान है। उन्होंने प्रशासन से ऐसे असामाजिक तत्वों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई और स्वयं के लिए सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है।
संत समाज ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि एक संत के लिए अपमान ही मृत्यु तुल्य होता है, और ऐसे विघ्न डालने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।