
सख़्त कार्यशैली और जनहित में त्वरित कार्रवाई की बने मिसाल… !लापरवाही पर कुम्हारी सीएमओ को किया निलंबित…!
रायपुर
{जनहित न्यूज़}
रायपुर
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव की सक्रियता और ज़मीनी सच्चाई पर आधारित प्रशासनिक दृष्टिकोण एक बार फिर जनमानस के सामने उदाहरण बनकर आया है। कुम्हारी नगर पालिका कार्यालय के औचक निरीक्षण में मिली अनियमितताओं, लापरवाही और शासकीय योजनाओं की धीमी प्रगति पर डिप्टी सीएम ने जिस तरह त्वरित और प्रभावशाली कदम उठाया, वह न सिर्फ उनकी गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि प्रशासन में जवाबदेही की नई मिसाल भी पेश करता है।
ज्ञात हो कि
9 मई को हुए निरीक्षण के दौरान उप मुख्यमंत्री साव ने बिना किसी पूर्व सूचना के कुम्हारी नगर पालिका कार्यालय का दौरा किया। निरीक्षण में दस्तावेजों की भारी कमी, रिकॉर्ड संधारण में अव्यवस्था, पेयजल संकट और केंद्र एवं राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं
जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना और अमृत मिशन
की धीमी प्रगति उजागर हुई। साथ ही, ‘सुशासन तिहार’ जैसे महत्वपूर्ण अभियान में भी आवेदनों के निराकरण की रफ्तार अत्यंत धीमी पाई गई।
निरीक्षण के दौरान सीएमओ
नेतराम चन्द्राकर संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके और उनकी भाषा-शैली भी प्रशासनिक गरिमा के प्रतिकूल पाई गई। इन गंभीर कदाचारों को देखते हुए राज्य शासन ने त्वरित निर्णय लेते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। यह निर्णय न केवल प्रशासनिक अनुशासन की बहाली का संकेत है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि डिप्टी सीएम साव, सुशासन और जवाबदेही को सर्वोपरि मानते हैं।
निलंबन अवधि में चन्द्राकर का मुख्यालय संयुक्त संचालक, क्षेत्रीय कार्यालय दुर्ग नियत किया गया है और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा।
जनता के हित में डिप्टी सीएम का प्रखर नेतृत्व
डिप्टी सीएम अरुण साव का यह कदम यह स्पष्ट करता है कि अब शासन में लापरवाही के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि जनता के पैसे से चलाई जा रही योजनाएं समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पूर्ण हों। उनका यह प्रयास सुशासन, जवाबदेही और पारदर्शिता की दिशा में एक सशक्त कदम है, जिसकी व्यापक सराहना हो रही है।
डिप्टी सीएम साव की कार्यशैली जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है—जहां नतीजे और जवाबदेही ही सर्वोपरि है।