वैवाहिक समारोह में बैंड बाजा के उपयोग की सरकार ने दी सशर्त इजाजत!
09-नवम्बर,2020
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] बैंड-बाजा और बरात। जी हां, कोरोना काल के बीच अब खुशियों का दौर भी आने वाला है। नवरात्र से मांगलिक कार्यक्रम एक बार फिर शुरू हो गए हैं। इससे बैंड-बाजा वालों के साथ ही गेस्ट हाउसों तथा शादी भवनों में भी एक बार फिर रौनक लौट आएगी। इनका कारोबार एक बार फिर पटरी पर आ जाएगा।
बैंड बाजा बजाकर दूसरों की खुशी को बढ़ाने वाले कारोबारियों के दिन अब बहुरने की संभावना हैं। कोरोना संक्रमण के चलते यह कारोबारी पिछले 8 माह से बंदी की मार झेल रहे थे। मांगलिक कार्यक्रम बंद होने से बुकिग नहीं मिलीं। बुकिग न आने से परिवार को चलाना मुश्किल हो रहा था। अब सरकार ने भी वैवाहिक, मांगलिक कार्यक्रमों को कोविड नियमों के अनुसार करने की अनुमति प्रदान कर दी है। नवरात्रि से हिदू परिवारों में मांगलिक कार्यक्रम भी होने शुरू हो गए है। । इससे बैंड बाजा के छोटे कारोबारियों के लिए एक उम्मीद जगी है कि उनका कारोबार फिर से पटरी पर आएगा।
15 अक्टूबर 2020 से केंद्र सरकार द्वारा दिये गए निर्देशानुसार विवाह भवन या निवास स्थान में विवाह समारोह में वर-वधू ,पंडित सहित दोनों पक्षो के अधिकतम 200 व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे तथा विवाह में बैंड बाजा पार्टी का उपयोग बारात के साथ रोड शो की अनुमति नहीं दी गई है विवाह भवन अथवा निवास स्थान पर स्थायी रूप से सिर्फ उसी स्थान पर रात्रि 10 बजे तक ही बजाए जा सकेंगे, ध्वनि विस्तार यंत्र का उपयोग कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत ही किया जा सकेगा।