सामाजिक सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय इस बार अध्यक्ष सचिव नही समिति के दिग्गज करेंगे छठ महापर्व की व्यवस्था●◆●
19 अक्टूबर 2024
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़} बिलासपुर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी छठ महापर्व आयोजन को लेकर अरपा तट पर पाटलीपुत्र और भोजपुरी समाज के संगठन बैठक हुई। बैठक में उपस्थित लोगों ने किसी व्यक्ति विशेष महापर्व आयोजन पर एकाधिकार का विरोध किया।
साथ ही उपस्थित लोगों की शिकायतों को समिति के वरिष्ठ सदस्यों ने समाधान किया।
उपस्थित समिति के पदाधिकारियों समेत सभी ने एक मत से छठ पुूजा के लिए बनाये गये पदाधिकारियों को बर्खास्त किया। वही यह निर्णय लिया गया कि इस बार समिति मे शामिल सभी गणमान्य लोग मिलकर महापर्व का आयोजन करेंगे। हमेशा की तरह इस साल भी सूर्य उपासना का पर्व छठ का आयोजन धूमधाम से किया जाएगा। लेकिन महापर्व आयोजन की जिम्मेदारी पदाधिकारियों पर नहीं होकर समित पर होगी।
ज्ञात हो कि हर वर्ष छठपूजा उत्सव आयोजन के पहले पदाधिकारियों का चयन किया जाता है। लेकिन इस बार किसी विशेष पदाधिकारियों चयन करने की सहमति नही बनी इस बात को लेकर समाज ने सर्वसमति से नाराजगी को दूर करने को लेकर शनिवार को अरपातट स्थित छठ घाट पर नीचे बैठक का आयोजन किया गया। सभी लोगों ने छठ पूजा के लिए बहुतयात कहा सुनी भी हुई, अन्त में लोगों ने सामुहिक रूप से प्रस्ताव पारित कर किसी व्यक्ति विशेष को महत्व दिए जाने की आलोचना की।
साथ ही सर्वसम्मति से फैसला लिया कि अब अध्यक्ष,सचिव नहीं बल्कि समिति में शामिल गणमान्य और वरिष्ठ लोग महापर्व के आयोजन की जिम्मेदारी संभालेंगे। वही समाज सेवी प्रवीण झा ने इस निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय सामाजिक है और मेरी इसमें पूर्ण सहमति है वही श्री झा ने कहा कि छठ महापर्व एक सामाजिक आयोजन है इसमें किसी व्यक्ति विशेष की आवश्यकता की भूमिका नही बनती ये समाज के लिए हितकारी और सुगम व्यवस्था हेतु सर्वोत्तम निर्णय लिया गया है।
बैठक के दौरान छठघाट पर पूजा कार्यालय का शुभारम्भ किया गया। छठमाता सेवा समिति में लोगों ने स्वैच्छिक नाम दर्ज कराया। सभी ने छठ पूजा कार्यों का सफल संचालन का संकल्प लिया। समिति में प्रमुख रूप से विजय ओझा, प्रवीण झा, लव कुमार ओझा, विनोद सिंह, अशोक झा, ए.के. कण्ठ, गणनाथ मिश्रा · गणेश गिरी, सुनील सिंह, आ.पी. सिंह, रौशन सिंह, सपना सराफ,अजय बिहारी, पंकज सिंह समेत सर्वसम्मति से सभी गणमान्य लोगों का नाम शामिल किया गया।