दुबई भागने की फिराक में था दुष्कर्म का आरोपी पुलिस ने मुंबई एयरपोर्ट से किया गिरफ्तार-◆
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़}बिलासपुर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का है आरोप विदेश भागने की साजिश नाकाम बिलासपुर के थाना सरकंडा क्षेत्र के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए शादी का झांसा देकर बलात्कार के आरोपी को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दुबई भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से वह पकड़ा गया।
जानिए क्या है पूरा मामला:-
पीड़िता ने दिनांक 9 नवंबर 2024 को थाना सरकंडा में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी आरोपी रंजीता कुमार गौड़ा (निवासी बड़ा पड़ा, जिला गंजम, उड़ीसा) से मोबाइल के माध्यम से जान-पहचान हुई थी। आरोप है कि 15 अप्रैल 2022 को रंजीता ने पीड़िता को मोपका स्थित साईं अनंत होटल में बुलाया और शादी का झांसा देकर उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए।
जांच और कार्रवाई:
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने अपराध क्रमांक 1408/2024 धारा 376(2)(N) भादवि के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इस बीच, पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए विशाखापट्टनम से मुंबई होते हुए दुबई भागने की फिराक में है। वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
मुंबई में गिरफ्तारी:
उप निरीक्षक रामनरेश यादव और आरक्षक दीपक खांडेकर की टीम ने तत्काल मुंबई पहुंचकर छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास से आरोपी रंजीता कुमार गौड़ा को धर दबोचा। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि उसने पीड़िता की शिकायत के बाद उड़ीसा से मुंबई होते हुए दुबई भागने की योजना बनाई थी।
पुलिस की सतर्कता:
पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास दुबई जाने का पासपोर्ट और वीजा पहले ही तैयार था। वह 28 नवंबर 2024 को दुबई जाने वाला था। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
आरोपी का नाम: रंजीत कुमार गौड़ा
उम्र: 20 वर्ष निवासी: बड़ा पड़ा, थाना भांजा नगर, जिला गंजम, उड़ीसा
धारा: 376(2)(N) भादवि
कार्रवाई में यह रहे शामिल
इस सफल कार्रवाई में मोपका चौकी प्रभारी रामनरेश यादव, आरक्षक दीपक खांडेकर और साइबर सेल की विशेष भूमिका रही। यह मामला पुलिस की सतर्कता और त्वरित
कार्रवाई का उत्कृष्ट उदाहरण है..
ज्ञात हो कि हर मामले में पुलिस पर आरोप प्रत्यारोप लगाने की चलन से हमे अब परहेज करना चाहिए क्योंकि पुलिस भी किसी कानूनी दायरे में बंधी होती है।
अब पीड़िता को न्याय की उम्मीद है।
और इस कार्रवाई से पीड़ितों में विश्वास बढ़ेगा कि कानून के हाथ लंबे है,वही अपराधी कितनी भी कोशिश कर लें, बच नहीं सकते।