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कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी श्याम पटेल पर लगे सौदेबाजी के गम्भीर आरोप..6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित●●●
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़}बिलासपुर नगर निगम चुनाव में भाजपा ने बिना वोटिंग के ही वार्ड क्रमांक 13 से अपनी जीत की औपचारिक घोषणा की है। इस पर कांग्रेस पार्टी को एक करारा झटका लगा है। यह घटना तब सामने आई जब राज्य निर्वाचन आयोग के प्रेक्षक विनीत नंदनवार की उपस्थिति में नामांकन पत्रों की जांच के दौरान कांग्रेस के प्रत्याशी श्याम पटेल का नामांकन रद्द कर दिया गया। साथ ही आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी नर्मदा पटेल को भी चुनावी गतिविधियों से 6 साल तक प्रतिबंधित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, वार्ड 13 से कांग्रेस प्रत्याशी श्याम पटेल का नामांकन इस कारण रद्द किया गया कि उन्होंने जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया था। जबकि आप प्रत्याशी नर्मदा पटेल पहले ही चुनाव आयोग से 6 साल तक चुनावी गतिविधियों से प्रतिबंधित थे, क्योंकि उन्होंने पिछली बार चुनाव के बाद आय-व्यय का हिसाब नहीं दिया था।
नामांकन रद्द होने के कारण भाजपा प्रत्याशी रमेश पटेल के पक्ष में स्थिति आ गई है। उन्हें बिना किसी मुकाबले के औपचारिक रूप से जीत मिल गई है। हालांकि, इस जीत का एलान अभी बाकी है। इसके अलावा, वार्ड 51 से राजकुमार साहू, वार्ड 52 से अनिता पाटिल, वार्ड 55 से शबनम बेगम और वार्ड 68 से मीनाक्षी पटेल का नामांकन भी अधूरा फार्म होने के कारण निरस्त कर दिया गया है।
वहीं, भाजपा के समर्थक बेलतरा विधायक सुशान्त शुक्ला ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास न तो मजबूत प्रत्याशी थे, न ही कार्यकर्ता। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने प्रत्याशियों को घर से बुलाकर टिकट बांटे, जिसका परिणाम सबके सामने है। शुक्ला ने यह भी कहा कि भाजपा निगम में रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल करेगी।
कांग्रेस पार्टी ने श्याम पटेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण विजय केशरवानी ने कहा कि श्याम पटेल ने जानबूझकर ओबीसी प्रमाण पत्र पेश नहीं किया, जिससे भाजपा को फायदा हुआ। इसे पार्टी विरोधी गतिविधि मानते हुए श्याम पटेल को 6 साल के लिए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, श्याम पटेल पर यह आरोप भी है कि उन्होंने जानबूझकर ओबीसी प्रमाण पत्र नहीं दिया और इसके बदले लाखों रुपये का लेन-देन हुआ। इस बात की जानकारी चुनावी सूत्रों से प्राप्त हुई है कि श्याम पटेल ने जानबूझकर भाजपा के पक्ष में खेला और इसके बदले उन्हें मुनाफा हुआ।
इस घटनाक्रम ने न सिर्फ नगर निगम चुनाव की राजनीति को और गरमा दिया है, बल्कि कांग्रेस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं। भाजपा ने बिना किसी चुनावी मुकाबले के वार्ड 13 में अपनी जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस की आंतरिक कलह और श्याम पटेल के खिलाफ उठते आरोप पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकते हैं।