
उल्टा पड़ा दावँ…!
जिस जमीन पर जायसवाल परिवार ने जताया हक..वो शासकीय जमीन होने के मिले प्रमाण…!
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़} बिलासपुर सरकंडा के शिवघाट क्षेत्र में शासकीय जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। शारदा मंदिर समिति और स्थानीय लोगों ने इस मामले में खुलासा करते हुए जायसवाल परिवार पर शासकीय भूमि पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है।
आज प्रेस क्लब पहुंचे शारदा मंदिर समिति के पदाधिकारियों और मोहल्ले वासियों ने पत्रकारों को सभी दस्तावेज दिखाते हुए अपनी आपत्ति दर्ज कराई। समिति के अनुसार, खसरा नंबर 1105 शासकीय भूमि है, लेकिन जायसवाल परिवार इसे अपनी संपत्ति बताकर बाउंड्रीवॉल बनाने की कोशिश कर रहा है, जबकि उनकी जमीन खसरा नंबर 1102/12 पर स्थित है।
क्या मंदिर और घाट का रास्ता बंद करने की साजिश?
समिति के सदस्यों का कहना है कि शासकीय भूमि पर अतिक्रमण होने से शारदा मंदिर और श्राद्ध कर्म घाट का रास्ता बंद हो जाएगा। वर्षों से हजारों परिवार इस घाट का उपयोग धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए कर रहे हैं। यदि इस रास्ते पर कब्जा हो गया, तो लाखों लोगों की आस्था पर कुठाराघात होगा।
विधायक सुशांत शुक्ला ने मांगी जांच प्रशासन ने बनाई कमेटी
मोहल्लेवासियों और शारदा मंदिर समिति के अनुरोध पर विधायक सुशांत शुक्ला ने प्रशासन से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। कलेक्टर के निर्देश पर 6 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है, जो जल्द ही मामले की सच्चाई सामने आएगी।
जायसवाल परिवार अपने अवैध कब्जे को बचाने के लगा रहा झूठे आरोप
शारदा मंदिर समिति और मोहल्लेवासियों ने कहा कि जायसवाल परिवार अपने अवैध कब्जे को बचाने के लिए झूठे आरोप लगा रहा है। जांच की मांग उठते ही जायसवाल परिवार मंदिर समिति और विधायक पर अनर्गल आरोप लगाने लगा, ताकि अपने अवैध कार्यों को छिपाया जा सके।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस विवाद में क्या कदम उठाता है और क्या शासकीय भूमि को अतिक्रमण से बचाया जा सकेगा या फिर मंदिर और घाट का रास्ता बंद होने से होने वाली दिक्कतों से क्षेत्र के वासियों को मिलेगी राहत।