10 साल के नन्हे गायक सक्षम कटारिया व उल्हासनगर के संजू भगत एंड पार्टी ने सिंधी लोक गीतों की दी शानदार प्रस्तुति…!
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़} पुज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत एवं भारतीय सिंधु सभा बिलासपुर के संयुक्त तत्वावधान में सिंधी लोक संगीत उत्सव 2025 का आयोजन बड़े ही धूमधाम एवं सांस्कृतिक उल्लास के साथ 29 जून रविवार को झूलेलाल मंगलम तिफरा में किया गया। यह इस वार्षिक उत्सव का चौथा सफल वर्ष रहा, जो सिंधी संस्कृति एवं विरासत के संरक्षण तथा संवर्धन के उद्देश्य से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। यह आयोजन न केवल समृद्ध सिंधी लोक सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखता है, बल्कि युवा पीढ़ी को अपनी मातृभाषा, संस्कृति एवं लोक संगीत के प्रति जागरूक एवं प्रेरित भी करता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ परंपरागत रूप से इष्टदेव श्री झूलेलाल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।

कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति में युवा विंग के महामंत्री नीरज जग्यासी ने सिंधी भाषा और झूलेलाल साईं को समर्पित शानदार गीत प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की भूमिका एवं आयोजन का उद्देश्य सेंट्रल पंचायत के संरक्षक डी.डी. आहूजा ने सभी के समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि सिंधी समाज की एकजुटता और अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहने के लिए ऐसे आयोजनों का विशेष महत्व है।

भारतीय सिंधु सभा की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती विनीता भावनानी ने कार्यक्रम में सिंधी लोक संगीत उत्सव की महत्ता पर प्रकाश डाला एवं समाज में सांस्कृतिक जागरूकता बनाए रखने के लिए सभी को प्रेरित किया। कार्यक्रम का मंच संचालन नीरज जग्यासी एवं बंटी मनोहर वाधवानी द्वारा अत्यंत आकर्षक एवं रोचक अंदाज में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण रहे रायपुर से पधारे मात्र 10 वर्ष के नन्हें सिंधी गायक सक्षम कटारिया एवं उनके साथी, जिन्होंने अपने मधुर स्वर में एक से बढ़कर एक सिंधी गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके साथ उनके सहयोगी धीरज कटारिया एवं यश कटारिया ने भी शानदार प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। उनके गीतों पर उपस्थित दर्शक झूमने और थिरकने पर मजबूर हो गए।

इसके साथ, उल्हासनगर से पधारे सुप्रसिद्ध कलाकार संजू भगत एवं उनके साथियों ने परंपरागत सिंधी भगत ( गायन, नाट्य नृत्य, वादन , एक साथ)की मनमोहक प्रस्तुति दी। संजू भगत, जो बीते कई वर्षों से देश-विदेश में सिंधी भजन-भगत की प्रस्तुति देकर सिंधी संस्कृति के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभा रहे हैं, उन्होंने अपने संगीतमय अंदाज से समां बांध दिया।

उल्लेखनीय है कि संजू भगत को नेशनल सिंधु एकेडमी के कार्यक्रमों में भी अपनी प्रस्तुति देने के लिए कई बार सम्मानित किया जा चुका है। बिलासपुर सिंधी समाज के बच्चों द्वारा पारंपरिक सिंधी खेलों(सिंधी रांदियूं)की सुंदर प्रस्तुति दी गई, जिसे देख वहां मौजूद सभी बड़े-बुजुर्गों को भी अपने बचपन की यादें ताजा हो गईं।

इस प्रस्तुति ने सभी के चेहरों पर मुस्कान और दिलों में गर्व भर दिया। सिंधी समाज के स्थानीय कलाकारों द्वारा भी अनेक रंगारंग प्रस्तुतियां दी गईं, जिनमें सिंधी लोली, सिंधी लाडा, सिंधी बलूची झूमिर नृत्य तथा लोकनाट्य ‘गाल वोट जी’ की शानदार प्रस्तुतियां शामिल रहीं। इन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को अपनी परंपराओं से जोड़ने का कार्य किया। कार्यक्रम में बिलासपुर सिंधी समाज के लगभग 600-700 दर्शकगण उपस्थित थे।

समाज के गणमान्य नागरिकों एवं विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपनी बहुमूल्य उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। आयोजकों ने सभी अतिथियों, कलाकारों, प्रतिभागियों एवं समाज जनों का आभार व्यक्त किया तथा भविष्य में भी इसी प्रकार सामूहिक प्रयासों से अपनी संस्कृति के संरक्षण हेतु कार्य करते रहने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में सिंधी समाज के निम्न आदरणीय जन उपस्थित रहे।

धनराज आहूजा, नंदलाल पुरी, दिलीप बहरानी, अर्जुन तीर्थानी,डी डी आहूजा, प्रकाश ग्वालानी, मनोहर पमनानी, रूपचंद डोडवानी, डॉ कुमार मोटवानी, हरीश भागवानी, रमेश लालवानी,विनीता भावनानी, उमेश भावनानी, विनोद मेघानी, नारायण ओबारानी,शंकर मनचंदा, राम सुखीजा, कैलाश आयलानी, बृजलाल नागदेव, गोपाल दास सिंधवानी, नरेश कोटवानी, कमल बजाज, मोहन जेसवानी,गोवर्धन मोटवानी, नंदलाल जीवनानी, प्रीतम दास नागदेव,मनोहर थावरानी, दीपक असवानी, श्यामलाल, ओम प्रकाश जीवनानी, नरेंद्र नागदेव, जगदीश जग्यासी, नरेश मूलचंदानी, कविता मंगवानी,ट्विंकल आडवानी,गरिमा शाहनी, भारती सचदेव, मोनिका सिदारा, सोनी बहरानी, प्राची भक्तानी, अनीता लालचंदानी, आशा जैसवानी, कंचन मलघानी, मधु गंगवानी, रूपल चंदवानी, प्रिया हरियानी, रचना लाल, नीलू गिडवानी,सतीश लाल, हरीश मोटवानी, शत्रुघन जैसवानी, प्रकाश बहरानी, भारत चंदानी विशाल डंगवानी, अमर चावला, अमर पमनानी, डॉ सतीश छुगानी, दयानंद तीर्थानी, मुकेश विधानी, गोविंद तोलवानी अभिषेक विधानी, बंटी मनोहर वाधवानी, अविजीत आहूजा, अजय भीमनानी, विशाल पमनानी आदि उपस्थित रहे।

