मुंगेली पुलिस की साइबर दक्षता को मिली बड़ी सफलता…!
मुंगेली-[जनहित न्यूज़] साइबर ठगी के जाल में फंसाकर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले एक अंतरराज्यीय साइबर ठग को मुंगेली पुलिस ने एसपी भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के तकनीकी दिशा-निर्देशन और कार्यकुशल रणनीति से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी अर्जुन एक्का, जो इंटरनेट पर फर्जी व्यवसायी बनकर ठगी करता था, बीते तीन वर्षों से फरार था और सुंदरगढ़ (उड़ीसा) में छुपा बैठा था।
यह मामला थाना सिटी कोतवाली मुंगेली में वर्ष 2022 में अपराध क्रमांक 128/2022 धारा 420, 34 भादंवि के तहत दर्ज किया गया था। प्रार्थी अनुप सत्यपाल ने आरोप लगाया था कि एक फर्जी ‘
श्री गणेश इंटरप्राइज़ेस’ नामक व्यवसाय के नाम पर आरोपी ने 1,61,250 रुपये की ठगी की थी। इंटरनेट के माध्यम से केरी बैग खरीदने के लिए की गई बातचीत और वाट्सऐप पर भेजे गए फर्जी बिलों से ठगी को अंजाम दिया गया।
एसपी भोजराम पटेल ने लम्बित मामलों की पुनः समीक्षा करते हुए सभी थाना प्रभारियों को गंभीर निर्देश दिए थे कि साइबर अपराधों में तकनीकी जांच और सटीक जानकारी के आधार पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसी निर्देश पर सक्रिय हुई साइबर सेल और स्थानीय पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों, बैंक खातों की जानकारी और मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी अर्जुन एक्का की पहचान कर ली।

अर्जुन एक्का को ओडिशा के सुंदरगढ़ ज़िले से गिरफ्तार कर जब थाना सिटी कोतवाली लाया गया, तो पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पूछताछ में यह भी सामने आया कि उसने अपने भाई और रश्मि लकड़ा नामक महिला के खातों का उपयोग करते हुए ठगी की राशि को ट्रांसफर किया और बाद में PhonePe के ज़रिए पैसे स्वयं निकाल लिए।
एसपी भोजराम पटेल की रणनीति और साइबर टीम की तकनीकी दक्षता ने न केवल वर्षों पुराने मामले को सुलझाया बल्कि यह भी साबित कर दिया कि अपराधी कितनी भी दूर क्यों न हो, कानून के हाथ उससे कहीं अधिक लंबी पहुँच रखते हैं।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक गिरीजाशंकर यादव, सउनि. भानु प्रताप बर्मन, प्रआर. चंद्रकुमार ध्रुव, आरक्षक मनोज टंडन, बसंत डाहिरे, संजय यादव एवं सैनिक भोपसिंह ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई।
मुंगेली पुलिस की इस सफलता से न केवल साइबर अपराधियों के हौसले पस्त होंगे, बल्कि आम नागरिकों में सुरक्षा और विश्वास की भावना भी और मजबूत होगी।

