अब आवारा पशु प्रबंधन पर होगी सख्ती…रात 10 से 2 बजे तक चलेगा विशेष गश्त अभियान…
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़}
बिलासपुर जिले में सड़कों पर बढ़ते हादसों पर लगाम लगाने के लिए कलेक्टर संजय अग्रवाल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने जनहित में सराहनीय निर्णय लिया है। दोनों अधिकारियों ने संयुक्त बैठक कर आवारा पशु प्रबंधन की समीक्षा की और जिम्मेदार पशु मालिकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि हादसों का मुख्य समय रात 10 बजे से सुबह 2 बजे तक होता है, इसलिए इस दौरान विशेष गश्त बढ़ाई जाए। यदि झुंड के रूप में मवेशी सड़क पर बैठे पाए जाते हैं तो उन्हें हटाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए।
पशु मालिकों की पहचान टैगिंग, ग्रामीणों एवं कोटवारों की मदद से सुनिश्चित की जाएगी और जिम्मेदार लोगों पर तत्काल एफआईआर दर्ज होगी। अब तक लगभग 1 दर्जन पशु मालिकों पर अपराध दर्ज किए जा चुके हैं।कलेक्टर ने ग्रामीणों को भी जागरूक करने पर जोर देते हुए कहा कि हादसे रोकने की जिम्मेदारी केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि समाज की भी है।

बैठक में गोधाम (पशु आश्रय स्थल) स्थापना की प्रगति की भी समीक्षा की गई। अब तक सिर्फ 5 पंचायतों से प्रस्ताव आए हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि अधिक से अधिक पंचायतें प्रस्ताव भेजें ताकि बेसहारा मवेशियों को सुरक्षित आश्रय मिल सके।

इस अहम बैठक में नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, एडीएम शिवकुमार बनर्जी, एडिशनल एसपी करियारे, सभी एसडीएम, जनपद पंचायत सीईओ, सीएमओ, पशु चिकित्सा विभाग, आरटीओ और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
कलेक्टर और एसएसपी का यह निर्णय निश्चित ही जनहित में मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि इससे न केवल सड़क हादसों में कमी आएगी, बल्कि आवारा पशुओं को भी सुरक्षित आश्रय मिल सकेगा।

