वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी
गृहमंत्री शिकायत के बाद एसएसपी ने त्वरित की न्यायसंगत कार्रवाई…
बिलासपुर-[जनहित न्यूज]
एसएसपी रजनेश सिंह की सख़्त और जवाबदेह पुलिसिंग की कसावट में एक और बड़ा धमाका हुआ है। पचपेड़ी थाने के हेड कांस्टेबल हरवेंद्र खूटे का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। वीडियो में हेड कांस्टेबल पीड़ित की पत्नी से नोटों की गड्डी लेते और गिनते हुए स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
मुख्यमंत्री और गृहमंत्री तक गुहार पहुंचने के बाद एसएसपी रजनेश सिंह ने तत्काल संज्ञान लेकर निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा… बिलासपुर पुलिस में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। वर्दी का दुरुपयोग करने वालों पर सख़्त और निष्पक्ष कार्रवाई होगी।
आइए जानते है क्या है पूरा मामला…?
मानिकचौरी निवासी जोगी नायक ने आरोप लगाया है कि 6 अक्टूबर की शाम हेड कांस्टेबल हरवेंद्र खूटे ने उसे पचपेड़ी थाने के अपने सरकारी क्वार्टर में बुलाया, जहां आरक्षक गजपाल जांगड़े, अजय मधुकर और मुरीत बघेल भी मौजूद थे।
चारों पुलिसकर्मियों ने मिलकर जोगी नायक को धमकाया कि उसका नाम गुंडा-बदमाश लिस्ट में डाला जाएगा और 50 लीटर शराब के साथ झूठी जब्ती बनाकर जेल भेजा जाएगा। इस भयादोहन के बीच उससे 2 लाख रुपए की मांग की गई।
जेल जाने के डर से सहमे पीड़ित ने अपनी जमीन गिरवी रखकर 1 लाख 50 हजार रुपए का इंतजाम किया और पैसे आरोपी आरक्षक को घर बुलाकर दिए। इसी दौरान पीड़ित ने पूरा वीडियो secretly रिकॉर्ड कर लिया।

वीडियो वायरल महिला सिपाही भी मौके पर मौजूद
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में पीड़ित की पत्नी आरोपी को नोटों की गड्डी सौंपती नजर आती है, जबकि हेड कांस्टेबल कुर्सी पर बैठकर रकम गिनता हुआ दिखता है। पास में एक महिला आरक्षक भी मौजूद है। यह वीडियो अब पुलिस महकमे में चर्चा का केंद्र बना हुआ है।
गृहमंत्री से लगाई न्याय की गुहार
पीड़ित जोगी नायक ने इस पूरे प्रकरण की शिकायत प्रदेश के गृहमंत्री को लिखित रूप से भेजी है और न्याय की मांग की है। उसने कहा कि अगर वीडियो के बावजूद दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो उसका पूरा परिवार आत्मदाह करने को विवश होगा।
एसएसपी की त्वरित कार्रवाई भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस
जैसे ही मामला एसएसपी रजनेश सिंह के संज्ञान में आया, उन्होंने बिना देर किए हेड कांस्टेबल हरवेंद्र खूटे को तत्काल निलंबित कर दिया और पूरे मामले की जांच का आदेश दिया।
एसएसपी का सख़्त रुख साफ है। पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए है, न कि डराने या वसूली करने के लिए। ऐसे कर्मियों पर कार्रवाई उदाहरण बनेगी।
पुलिसिंग में कसावट, अपराधियों और भ्रष्टाचारियों पर दोहरी नकेल
एसएसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में बिलासपुर पुलिस पिछले कुछ महीनों में लगातार सख्त एक्शन में है।
सोशल मीडिया पर हथियारबाजी करने वालों की गिरफ्तारी
सड़क पर गुंडागर्दी करने वालों पर कार्रवाई
और अब वर्दी में छिपे भ्रष्टाचारियों पर त्वरित निलंबन। यह सब मिलकर बता रहा है कि बिलासपुर पुलिस अब डराने वाली नहीं, भरोसा दिलाने वाली पुलिस के रूप में पहचान बना रही है।

