छत्तीसगढ़िया व्यंजनों से सजे क्लास रूम बच्चों ने संस्कृति और स्वाद से रचा नया इतिहास…
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] ड्रीमलैंड हायर सेकेंडरी स्कूल में आज छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में राज्योत्सव बड़े ही उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। पूरे विद्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक दिखाई दी। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल की प्राचार्य श्रीमती निवेदिता सरकार ने छत्तीसगढ़ महतारी के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया।
वही ड्रीमलैंड हायर सेकेंड्री स्कूल की प्राचार्या श्रीमाती निवेदिता सरकार ने इस भव्य आयोजन के साथ छतीसगढ़ की विशेषताओं और विभूतियो के बारे में भी छात्र-छात्राओं को अवगत कराया
कार्यक्रम के प्रारंभ में शिक्षिका सपना यादव ने छत्तीसगढ़ के गठन, इतिहास एवं महान विभूतियों…।

पंडित सुंदरलाल शर्मा, बैरिस्टर छेदीलाल ठाकुर, चंद्र मांडवी और वीर नारायण सिंह के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ को “धान का कटोरा” कहा जाता है, “राजीम” को “छत्तीसगढ़ का प्रयाग” और भोरमदेव मंदिर की स्थापत्य कला अद्वितीय है।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्रों ने तीजन बाई की पंडवानी शैली में मनमोहक प्रस्तुति दी। वहीं, पारंपरिक अल्पना प्रतियोगिता ने सभी का मन मोह लिया। बच्चों ने चावल से बने प्राकृतिक रंगों द्वारा सुंदर आकृतियाँ बनाईं।







अल्पना प्रतियोगिता परिणाम:
वरिष्ठ समूह…
आर्य मिश्रा (कक्षा 10वीं, एलोरा समूह)
अनुष्का राठौर (कक्षा 11वीं, तक्षशिला समूह)
स्नेहा साहू (कक्षा 12वीं, एलोरा समूह)
कनिष्ठ समूह…
वंशिका ठाकुर (कक्षा 8वीं, तक्षशिला हाउस)
आध्या ठाकुर (कक्षा 8वीं, अजंता समूह)
परी बैरागी (कक्षा 6वीं, एलोरा समूह)
इसके साथ ही “छत्तीसगढ़ स्वादिष्ट व्यंजन प्रतियोगिता” का भी आयोजन हुआ, जिसमें छात्रों ने फरहा, मुठिया, चीला और डुबकी कढ़ी जैसे पारंपरिक व्यंजन तैयार किए।







व्यंजन प्रतियोगिता परिणाम…
नित्यवीर सिंह ठाकुर (कक्षा 10वीं, नालंदा)
सक्षम सिंह (कक्षा 12वीं, एलोरा), सक्षम श्रीवास्तव (कक्षा 12वीं, अजंता)
साक्षी प्रजापति (कक्षा 9वीं-A, अजंता), राशि सरकार (कक्षा 8वीं, तक्षशिला)
सांत्वना पुरस्कार… श्री ठाकुर (8वीं, अजंता), भूमिका (7वीं, अजंता), प्रकृति (7वीं, नालंदा)
कार्यक्रम के समापन पर सीमा भट्टाचार्य ने छत्तीसगढ़ी गीत और नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी, जिसने वातावरण को आनंदमय बना दिया। संचालन एमोस सर ने किया और सभी शिक्षकों ने सहयोग दिया।

विद्यालय परिवार ने एक स्वर में कहा…
“जय जोहार जय छत्तीसगढ़”



