
छत्तीसगढ़ के व्यंजनों व पर्यटन स्थलों का प्रचार करेगी डब्ल्यू सी सी एफ!
31-जनवरी,2021
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़} बिलासपुर होटल आनंदा इम्पीरियल में एक भव्य आयोजन किया गया जिसमें डब्ल्यू सी सी एफ संस्था ने अपनी उपलब्धियों तथा भविष्य में प्रदेश के पर्यटन तथा व्यंजनों के प्रचार के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि
भारत के पुनः स्थापन की शुरूआत हो चुकी है, जिसका उदाहरण है कि आज भारत विश्व के 5वें स्थान के
लिए अपने हरयाली के लिए जाना जा रहा है, इस उत्थान में छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण भूमिका है।
भारत तथा अन्य एशियाई देशों मे एक उम्मीद कि किरण का उद्वार हुआ है यह किरण है जिसका लाभ
भारत तथा उसके अन्य राज्यों को होगा जिसके फल स्वरूप अन्य एशियाई देश भी हरे क्षेत्र में परिनत होने
का प्रयास करेंगे। शादीयों में तथा गत्वंय स्थान पर होने वाली शादीयों में भी इसका सुरक्षित प्रभाव रहेगा।
हमारा प्रान्त अपने वनस्पति, पशुवर्ग इतिहास तथा संस्कृति के लिए जाना जाता है। एक सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हुए उम्मीद की जा सकती है की आने वाले तीसरी तिमाही में निजी पर्यटन सामाजिक तथा औद्ययोगीग क्षेत्रों में प्रगति देखी जा सकती है।
भारत विविध भावनाओं वाला देश है, जिसने काफी भावनात्मक यात्रा की है, इसलिए इसका घरेलु पर्यटन
मांग मे योगदान करने के लिए बड़े पयमाने पे लाभ होता है और छत्तीसगढ़ अंतिम में तीर्थयात्रा के संसाधनों के साथ एक है। निष्पक्ष रूझान एकल पर्यटन का होना में लिप्त परिवारों और करीबी दोस्तों के छोटे समूहो में होना चाहिए। स्मार्ट व्यवसाय और बदला लेने की एक अच्छी गुन्जाइश है कि कोविद और राज्य के भीतर अवकाश यात्रा निश्चित रूप से नेतृत्व करने जा रही है
चाहिए या धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन और भारत सरकार द्वारा देखो अपना देश अभिमान के एक भाग के रूप में जीवंत होने के लिए आज तक
निष्किरिय गंतव्य स्थल होने से उपज है।
डब्लयू सी सी एफ छत्तीसगढ़ अघ्याय का प्रक्षेपण किया गया, जिसका लक्ष्य होगा छत्तीसगढ़ के पर्यटन
संस्कृति तथा व्यंजनों का प्रचार ।
छत्तीसगढ़ में सूर्यास्त अत्यंत मनमोहक है पक्षीयॉ अपने अपने घोसलों की ओर उड़ान भरती है, दिनभर की
आपादापी के बाद शाम धीरे धीरे रात्री की आघोश मे लिप्त होती है, ऐसे मे मधुर संगीत की अनुभुती होती
हैए इसी मधुर कोलाहल में छुपी है । छत्तीसगढ़ इस प्रान्त की अतुलनिय वन सौंदर्य, बांध, कई प्राचीन
मंदिर तथा स्मारक जो हमारे भव्य इतिहास का प्रतीक है । छत्तीसगढ़ अपने आधुनिक वैज्ञानिक विकास,
अपने वनस्पति तथा पशुवर्ग के संग्रह के लिए प्रसिद्व है ।
जब पूरे देश में लॉकडाउन था, सामान्य जनजीवन एक विषम परिस्थिति के सममुखिन था, जहाँ सारी
उघोग रसद तथा आवागमन भी बंद थे ऐसी विषम परिस्थिति में भारत के बने कोविड़ के टिके की टिके की
खबर अत्यन्त ही शांति तथा सुकुन प्रद्दत करता है। जिसके फलस्वरूप जन जीवन पुनः सामान्य हो रहा
है। लोगों के भीतर एक नई उर्जा का संचार हुआ है। सभी अपने घरों से बाहर आने का हॉसला दिखा रहे
है।
इसी भावना के मध्य नजर अपनी निजी पर्यटन में नई बुलंदियों को छुने की ओर अग्रसर है। मेरा यह द्ढ़
विश्वास है अब छत्तीसगढ़ पर्यटन एक नई भोर का स्वागत करेगा जो आज तक निषक्रिय था |

