मुख्यमंत्री हाॅट बाजार क्लीनिक योजना से 3 हजार से अधिक मरीज हुए लाभान्वित
3-दिसंबर,2020
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों की छोटी-मोटी बीमारियों की त्वरित चिकित्सा एवं दवा उपलब्ध हो रही है। विगत माहों में 3 हजार से अधिक मरीजों को योजना से लाभान्वित किया गया है।
छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता वाले योजनाओं में शामिल मुख्यमंत्री हाॅट बाजार योजना अंतर्गत जिले के विभिन्न विकासखंडों में लगने वाले मुख्य हाॅट बाजारों में स्वास्थ्य षिविर आयोजित किये जा रहे हैं, जहां चिकित्सक अपने स्टाॅफ के साथ उपस्थित रहते हैं और मरीजांे का इलाज करते हैं। जिले में 27 हाॅट बाजारों का चिन्हांकन कर इन बाजारों में क्लीनिक का संचालन साप्ताहिक हाॅट बाजार के दिन किया जा रहा है। प्रत्येक हाॅट बाजार में चार सदस्यीय चिकित्सा दल के माध्यम से मरीजों का जांच एवं उपचार किया जाता है। दल में एक ग्रामीण चिकित्सा सहायक, दो स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा एक लैब टेक्नीषियन उपस्थित रहते हैं।
हाॅट बाजार में सामान्य बीमारी से बचाव एवं रोकथाम हेतु सभी प्रकार की दवाईयां विटामिन सी टेबलेट, जिंक टेबलेट, कफ सीरप, ओआरएस, बीपी, शुगर की दवाई, एचबी जांच की सुविधा, एमाॅक्सीसायक्लीन, सेट्रीजीन, मेट्रोनिडाजोल, नारफ्लाॅक्स टीजेड, ओटू, मल्टी विटामिन सीरप, गर्भ निरोधक गोलियां, वाकर स्टीक उपलब्ध होते हैं। जिन्हंे आवष्यकता अनुसार मरीजों को उपलब्ध कराया जाता है।
हाॅट बाजार क्लीनिक योजना जिले के मस्तूरी, कोटा, बिल्हा और तखतपुर विकासखंडों के 27 ग्रामों में संचालित है। विगत चार माह में इन ग्रामों में 126 क्लीनिक संचालित किये गये। जिसके द्वारा 1 लाख 26 हजार 590 की जनसंख्या को कवर किया गया।
शिविरों में क्लीनिक के माध्यम से 3 हजार से अधिक मरीजों की जांच और चिकित्सा की गई तथा ढाई हजार से अधिक मरीजांे को दवाईयां वितरित की गई। एक हजार 167 लोगों की मलेरिया की जांच की गयी, जिनमें पाॅजिटिव पाये गये 35 मरीजों का उपचार किया गया। इसी तरह 12 मरीजों का टीबी जांच एवं उपचार, 294 मरीजों की रक्त अल्पता जांच एवं उपचार, 5 मरीजों में कुष्ठ रोग जांच एवं उपचार, 17 मरीजों का बीपी जांच तथा 865 मरीजों में मधुमेह की जांच की गयी, जिनमें मधुमेह संभावित 8 मरीजों को उच्च संस्था रिफर किया गया। नेत्र विकार से संबंधित 38 मरीज और 25 गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ 1430 मरीजों का सामान्य जांच एवं उपचार किया गया।