मुख्यमंत्री के निर्देश पर मिशन 90 प्लस पर कलेक्टर ने निभाई सकरात्मक भूमिका•••
20 सितम्बर 2024
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा कलेक्टर कान्फ्रेंस में जिले के परीक्षा परिणाम को बेहतर करने के निर्देश दिए गए हैं। निर्देशों के परिपालन में जिला प्रशासन द्वारा 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर परिणाम लानेे के लिए मिशन 90 प्लस का आयोजन किया जा रहा है। इसी सिलसिले में कलेक्टर अवनीश शरण ने आज जिला एवं विकासखंड स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। मिशन 90 प्लस पोर्टल जिला प्रशासन द्वारा तैयार किया गया है जिसके जरिए बच्चों का मूल्यांकन करते हुए उन्हें बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए मार्गदर्शन दिया जाएगा।
जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर परिणाम के लिए पूरी संजीदगी से प्रयास करें। कलेक्टर ने सभी जिला एवं विकासखंड अधिकारियों स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि मिशन 90 प्लस का उद्देश्य परीक्षा परिणाम बेहतर करना है। विगत वर्ष जिले का परीक्षा परिणाम बहुत खराब था। आगामी परीक्षा में जिले को टॉप टेन में स्थान दिलाने हेतु सभी शिक्षक, प्राचार्य, शिक्षा विभाग के विकासखंड एवं जिला स्तरीय अधिकारियों को लगन एवं जुझारू प्रवृत्ति का पालन करते हुए कार्य करना होगा तभी हम हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी परीक्षा में अपने जिले को बेहतर स्थान पर ला सकेंगे।
बैठक की शुरूआत में नगर निगम कमिश्नर एवं मिशन 90 प्लस के नोडल अधिकारी अमित कुमार द्वारा पोर्टल के माध्यम से बच्चों एवं शिक्षकों की ट्रैकिंग, पाठ्यक्रम की पूर्णता, परीक्षा के संचालन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। नोडल अधिकारी द्वारा बताया गया कि मिशन 90 प्लस पोर्टल में कक्षा दसवीं तथा 12वीं के समस्त शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की एंट्री की जा चुकी है। कलेक्टर ने निर्देशित किया की एनसीईआरटी एवं छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा प्रसारित वार्षिक शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार जिले में समय सारणी का निर्धारण करते हुए प्रतिमाह टेस्ट एवं तिमाही तथा छमाही परीक्षा का आयोजन किया जाए। इकाई टेस्ट मूल्यांकन विद्यालय स्तर पर तथा तिमाही एवं छमाही परीक्षा का आयोजन जिला स्तर पर किया जाएगा। तिमाही तथा छमाही परीक्षा के प्रश्न पत्र जिला स्तर से उपलब्ध कराए जाएंगे। यूनिट टेस्ट के नंबरों के अंको का विश्लेषण किया जाएगा तथा जिन विद्यालयों के परीक्षा परिणाम कम रहेंगे, वहां ऑनलाइन क्लासेज के द्वारा बच्चों की कोचिंग दी जाएगी।
एपीओ डॉ. अनिल तिवारी ने बैठक में बताया कि बच्चों के लिए टेस्ट के प्रश्न पत्रों के निर्धारण एवं ऑनलाइन कोचिंग हेतु जिला एवं विकासखंड स्तरीय डीआरजी तथा बीआरजी का गठन कर लिया गया है और उनके द्वारा पाठ्यक्रम निर्धारण एवं प्रश्न पत्रों के निर्माण हेतु आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी टी आर साहू, एपीओ अनिल कौशिक, रामेश्वर जायसवाल, डीएमसी समग्र शिक्षा श्रीमती अनुपमा राजवाड़े सहित सभी बीईओ, एबीओ एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।