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डीजे और धूमाल की कानफोडू कर्कश आवाज़ से हलकान है नगरवासी शासन प्रशासन इन पर नकेल कसने में हो रही विफल…!

05 अक्टूबर 2024

बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] नवरात्र प्रारंभ होते ही धुमाल और डीजे वाले बाबू ने लोगों की फिर नींद हराम। धुमाल और डीजे वाले बाबू पर कार्रवाई होने के बावजूद कानफोड़ू डीजे और धुमाल वालो ने पुलिस प्रशासन के नाक में दम कर दिया है।

ज्ञात हो कि इस मामले में हाईकोर्ट ने बिलासपुर पुलिस से कार्रवाई को लेकर जवाब मांगा था। गणेश उत्सव के दौरान तेज आवाज में डीजे बजाने को लेकर हाईकोर्ट द्वारा जवाब मांगने के बाद बिलासपुर पुलिस एक्शन में दिखी पुलिस प्रशासन ने मामले में कार्रवाई करते हुए कई डीजे और धुमाल सहित चार पहिया वाहन डीजे के अन्य उपकरणों को भी जब्त किया था। इसके बावजूद भी नवरात्रि के दुर्गा उत्सव में फिर से धुमाल और डीजे वाले बाबू ने लोगों की नींद हराम कर पुलिस प्रशासन के नाक में दम कर रखा है। हाईकोर्ट और प्रशासन के आदेश का उल्लंघन कर अपने मनमानी पर उतर आये है।

क्या है पूरा मामला…?

दरअसल, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने डीजे बजाने के कारण हो रहे ध्वनि प्रदूषण पर नाराजगी जाहिर की है. हाईकोर्ट ने राज्य शासन से पूछा है कि तेज आवाज में डीजे बजाने वाले संचालको पर सरकार ने क्या कार्रवाई की है, हाईकोर्ट ने राज्य शासन ने इस मामले में शपथपत्र मांगा है। हाईकोर्ट ने कहा कि इसे रोकने के लिए क्या प्रयास हुए हैं, इसकी पूरी रिपोर्ट में जमा करें। हाईकोर्ट ने इस मामले में समाचार पत्रों में छपी खबरों को देखकर स्वत: संज्ञान लिया है।

हाईकोर्ट की सख्ती के बाद हरकत में आई पुलिस: मामले में हाईकोर्ट के सख्ती बरतने के बाद बिलासपुर में गणेश व दुर्गा उत्सव के दौरान तेज बजने वाले डीजे धुमाल पर प्रशासन ने कार्रवाई की है तथा बाकी डीजे संचालको को भी समझाइए दी गई है।

शोरगुल के खिलाफ पुलिस द्वारा अभियान भी चलाया गया था…

सिविल लाइन थाना क्षेत्र से लेकर कोतवाली, सरकंडा क्षेत्र में इसके लिए एक अभियान चलाया गया था, खास तौर पर गोल बाजार हटरी चौक जूना बिलासपुर से निकली झांकियों में तेज आवाज से बजने वाले डीजे को समझाइश दी गई थी।

डिसेबल की तय सीमा से भी तेज बजाते हैं डीजे गणपति विसर्जन के दौरान निर्धारित सीमा से अधिक तेज साउंड में गाना बजाया जा रहा था। इसकी लगातार प्रशासन से लोग शिकायत भी कर रहे थे। हाई कोर्ट ने भी इस पर सख्ती बरतने निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसी प्रकार कार्रवाई पुलिस नहीं कर रही थी।
अब देखना है यह है कि पुलिस प्रशासन धुमाल और डीजे वालों के खिलाफ फिर कार्रवाई करती है कि खानापूर्ति कर समझाइश देती है।