बिलासपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
श्रीवास दंपति की डेढ़ करोड़ की संपत्ति हुई फ्रिज…!
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] नशे के खिलाफ बिलासपुर की पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध मादक पदार्थों के कारोबार से जुड़ी संपत्ति को फ्रीज कर दिया है! पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में श्याम श्रीवास और उनकी पत्नी सरोज श्रीवास की कुल ₹1.51 करोड़ की चल-अचल संपत्ति को जब्त किया गया है! यह कार्रवाई “चेतना अभियान विरुद्ध नशा” के अंतर्गत की गई है! जिसका उद्देश्य मादक पदार्थों के कारोबार को जड़ से समाप्त करना है।

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार श्रीवास दंपति की जब्त संपत्तियों में निम्न शामिल हैं। ग्राम पांड में स्थित 20 डिसमिल कृषि भूमि, जिस पर एक पक्का ढाबा भवन निर्मित है।
ढाबे से बरामद की गई सामग्री
दो आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक फ्रीज़
टीवी, तीन कूलर,6 सीटों वाला सोफा सेट, वॉटर प्यूरिफायर, एक चिड़ीमार बंदूक, यह सभी संपत्तियाँ नशीली दवाओं के अवैध व्यापार से अर्जित बताई गई हैं। और इन्हें कानून के दायरे में लाया गया है। NDPS और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज।
श्याम श्रीवास पर पहले से ही NDPS (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act) और आर्म्स एक्ट के तहत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं! वहीं उनकी पत्नी सरोज श्रीवास पर भी NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज हैं! दोनों पूर्व में जेल यात्रा कर चुके हैं।

SAFEMA कोर्ट में पेश की गई संपत्तियाँ
पुलिस सूत्रों के अनुसार अब तक कुल 15 व्यक्तियों की लगभग ₹5.5 करोड़ की संपत्तियाँ SAFEMA (Smugglers and Foreign Exchange Manipulators Act) न्यायालय को भेजी गई हैं। इनमें से
13 मामलों में संपत्तियों को SAFEMA कोर्ट ने वैध माना है।
1 मामला अभी विचाराधीन है।
जब्त की गई अन्य संपत्तियों में प्लॉट, वाहन, बैंक खाते, फिक्स्ड डिपॉजिट और बीमा पॉलिसियाँ शामिल हैं।
लगातार हो रही कार्रवाई, यह कोई पहली कार्रवाई नहीं है। बिलासपुर पुलिस ने पिछले महीनों में भी नशे के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाइयाँ की हैं। जिसमे●
16 किलो गांजा के साथ चार तस्करों की गिरफ्तारी
22 किलो गांजा की जब्ती शामिल है।
इन सभी मामलों में NDPS एक्ट के तहत आरोपियों पर कार्यवाही की गई है और जांच अभी भी जारी है

बिलासपुर पुलिस की यह कठोर कार्यवाही यह संदेश देती है कि अब नशे के धंधे से अर्जित संपत्ति पर भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। चाहे वो ज़मीन हो या घरेलू सामान, अब कुछ भी पुलिस की नज़र से बच नहीं सकता। “चेतना विरुद्ध नशा” अभियान के तहत पुलिस ने साफ कर दिया है कि अवैध धंधे के लिए कोई जगह नहीं है और समाज को नशे से मुक्त करना ही उनका लक्ष्य है।
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