चरित्र शंका पर डंडे लाठी से पीट-पीट कर पति ने की पत्नी की निर्मम हत्या…! आरोपी गिरफ्तार…
बिलासपुर [जनहित न्यूज़] एक बार फिर “चरित्र शंका” के नाम पर एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी। बिलासपुर जिले के कोटा थाना अंतर्गत बेलगहना चौकी क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली वारदात में पति ने पत्नी की ईंट और डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना के महज 24 घंटे के भीतर जंगल में छिपे आरोपी को मुस्तैद पुलिस टीम ने घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतका रात बाई की सास दशमत बाई सौता ने 23 जून 2025 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके दामाद पंचराम सौता ने अपनी पत्नी पर चरित्र को लेकर शक करते हुए 22-23 जून की रात ग्राम छतौना रगरापारा के जंगल में बेरहमी से हमला कर हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा एवं एसडीओपी श्रीमती नुपूर उपाध्याय के मार्गदर्शन में गठित टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर त्वरित कार्रवाई की। फारेंसिक टीम की सहायता से सुराग इकट्ठा किए गए और आरोपी को उसके घर के पीछे जंगल में छिपे अवस्था में पकड़ा गया।
कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार किया। हत्या में प्रयुक्त ईंट और डंडा उसकी निशानदेही पर बरामद किए गए। आरोपी पंचराम सौता (40 वर्ष) को विधिवत गिरफ्तार कर 24 जून को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।

इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक राज सिंह, प्रधान आरक्षक नरेंद्र पात्रे, ईश्वर नेताम, रवि कंवर, अंकित जायसवाल एवं महिला आरक्षक किरण राठौर की विशेष भूमिका रही।
यह कोई पहला मामला नहीं है… पर कब होगी आखिरी बार?
चरित्र शंका यह वह ज़हर है जो रिश्तों में अविश्वास का बीज बोता है और कभी-कभी नफ़रत और हिंसा की जड़ों तक पहुंच जाता है। यह हत्या केवल एक महिला की नहीं, एक परिवार की, एक पीढ़ी की उम्मीदों की हत्या है।
आज ज़रूरत है कि समाज आत्ममंथन करे क्या संदेह का समाधान हत्या है? क्या संवाद और विश्वास इतना कठिन हो गया है कि एक जीवन ही मिटा दिया जाए? समाज को यह समझने की जरूरत है…
किसी पर शक करना आपके हाथ में हो सकता है, लेकिन उस शक के आधार पर हिंसा करना कानून और मानवता दोनों के खिलाफ अपराध है। कानून हाथ में लेने की बजाय न्याय प्रणाली पर भरोसा करें। संदेह को संवाद से सुलझाएँ, नहीं तो नतीजा सिर्फ विनाश है।
“संस्कारों से सजीव रिश्ते बनते हैं संदेह से केवल कब्रें”…
समाज में ऐसी घटनाओं को रोकने का पहला कदम है जागरूकता,
शिक्षा और संवेदनशीलता।
जनहित न्यूज़ आपसे अपील करता है…
अगर आप या आपके आसपास कोई घरेलू हिंसा का शिकार हो रहा है, तो चुप न रहें। पुलिस या महिला हेल्पलाइन से संपर्क करें।

