सड़कों पर मवेशियों की मौजदगी से
हो रही गम्भीर दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने
कलेक्टर संजय अग्रवाल का ठोस व प्रभावशाली प्रयास…!
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़} बारिश के साथ ही सड़कों पर मवेशियों की बढ़ती आवाजाही और इससे हो रही दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर संजय अग्रवाल ने ठोस और प्रभावशाली कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। साप्ताहिक टीएल बैठक में उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि “ऐसा प्रबंधन किया जाए कि सड़कों पर मवेशी नजर न आएं।”
कलेक्टर ने कहा कि बरसात के दौरान मवेशियों का खुले में घूमना और सड़कों पर बैठना लगातार दुर्घटनाओं का कारण बन रहा है। इसे रोकना बेहद जरूरी है। इस दिशा में नगरीय निकायों, पशु चिकित्सा विभाग और संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि जनसुरक्षा को प्राथमिकता पर रखा जा सके।
किसानों की सुविधा प्राथमिकता
बैठक में कलेक्टर ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि किसानों को खाद, बीज और उर्वरक की आपूर्ति में कोई कठिनाई न हो। उन्होंने कृषि विभाग और सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि सोसायटी और निजी विक्रेताओं के माध्यम से आपूर्ति की नियमित निगरानी करें।
अवैध कब्जा और नामांतरण पर होगी। एफआईआर कलेक्टर ने शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा कर नामांतरण कराने वालों पर भी सख्त रवैया अपनाते हुए एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री और नामांतरण की नई व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू किया जाए और नागरिकों को किसी तरह की परेशानी न हो।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम “एक पेड़ मां के नाम”
बैठक में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने 5 जुलाई को सामूहिक वृक्षारोपण की योजना को मजबूती देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बड़े आकार के पौधे लगाए जाएं ताकि उनकी जीवित रहने की संभावना अधिक रहे। उद्योगों और खदान क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पौधरोपण की सिफारिश की गई है।
आयुष्मान कार्ड निर्माण में तेजी लाने के निर्देश
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई और आयुष्मान कार्ड निर्माण में तेजी लाने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि “लगभग एक तिहाई पात्र हितग्राहियों के कार्ड अभी शेष हैं, इसे जल्द पूरा किया जाए।”
कलेक्टर संजय अग्रवाल का यह निर्देश न केवल सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करेगा बल्कि प्रशासनिक जिम्मेदारी और जनहित की भावना को भी दर्शाता है। सड़कों पर मवेशियों की वजह से हो रही दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए यह एक सराहनीय और प्रभावी पहल है, जिससे नागरिकों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।

