एस.एस.पी रजनेश सिंह की सकारात्मक पहल 93 अधिकारी- कर्मचारियों को मिला आवास”
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] “जब अपना छत हो, तो नींद भी सुकून भरी आती है”, कुछ ऐसी ही भावना देखी गई उस समय जब वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (आईपीएस) के नेतृत्व में 93 पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को आवास का आवंटन किया गया। इस सकारात्मक पहल ने पुलिस विभाग में खुशी और उत्साह की लहर दौड़ा दी।
पुलिस लाइन परिसर में पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ आयोजित इस प्रक्रिया में सभी अधिकारी-कर्मचारियों को पर्ची प्रणाली के तहत खुद अपने आवास का चयन करने का अवसर दिया गया। जैसे ही किसी के नाम की पर्ची निकली, चेहरे पर संतोष और गर्व की झलक दिखाई दी। यह सिर्फ एक मकान नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और स्थिरता की दिशा में एक बड़ा कदम था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने न केवल कर्मचारियों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया, बल्कि उन्हें प्रेरित भी किया कि वे अपने वेतन से बचत कर स्वयं का मकान निर्माण करें। उन्होंने कहा, “विभागीय आवास एक सुविधा है, लेकिन हर पुलिसकर्मी को अपने परिवार के लिए एक स्थायी और सुरक्षित छत का सपना भी देखना चाहिए। सेवा के बाद एक अपना घर हर किसी का अधिकार और जरूरत है।”

आवासों का आबंटन सिर्फ कागजी कार्यवाही नहीं था, बल्कि यह सुनिश्चित किया गया कि
जो आवास लंबे समय से खाली पड़े थे या जिनका दुरुपयोग हो रहा था, उन्हें निरस्त कर वास्तविक जरूरतमंदों को दिया गया।
स्थानांतरण, सेवानिवृत्ति या निजी मकान निर्माण की स्थिति में जो आवास खाली हुए, उनकी सूची तैयार कर तत्काल नए अधिकारी-कर्मचारियों को आवंटित किया गया।

पुराने आवासों के स्थान पर नए आधुनिक आवासों के निर्माण की योजना भी बनाई जा रही है, ताकि भविष्य में और अधिक कर्मचारियों को यह सुविधा मिल सके।
इस अवसर पर कर्मचारियों ने एसएसपी रजनेश सिंह का आभार जताते हुए कहा कि यह पहल उनके लिए सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि एक सम्मान और स्थिरता की सौगात है।

जहां विभागीय व्यवस्थाएं अक्सर कागजों में सिमट जाती हैं, वहीं बिलासपुर पुलिस की यह पहल बताती है कि “नेतृत्व अगर मजबूत और संवेदनशील हो, तो हर व्यवस्था इंसानियत का रूप ले लेती है।” यह आवास आवंटन न केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया थी, बल्कि एक साकार होता सपना था, जिसने कई परिवारों के जीवन में स्थायित्व और मुस्कान भर दी।

