
कानून के साथ समाज के नैतिक मूल्यों का भी हुआ अपमान…! कोटा पुलिस ने स्कूल परिसर में जुआ खेलते 4 आरोपियों को धर दबोचा…!
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले स्कूलों का उद्देश्य बच्चों को ज्ञान, संस्कार और उज्जवल भविष्य देना है, लेकिन जब ऐसे पवित्र स्थान को कुछ असामाजिक तत्व जुएं के अड्डे में बदल दें, तो यह केवल कानून का नहीं, समाज के नैतिक मूल्यों का भी अपमान होता है।
कोटा थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरानी बस्ती स्थित ठेंगा बाबा स्कूल परिसर में 4 युवक 52 पत्तियों की ताश से रुपए-पैसे की बाजी लगाकर जुआ खेल रहे थे। मुखबिर से मिली सूचना पर कोटा पुलिस ने तत्काल दबिश देते हुए चारों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया। इनके पास से 52 पत्तियों की ताश और कुल 1470 रुपए नकद बरामद किए गए।
इस कार्यवाही को चेतना विरुद्ध नशा व प्रहार अभियान के अंतर्गत अंजाम दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के निर्देश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा व एसडीओपी कोटा नुपूर उपाध्याय के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने ठेंगा बाबा स्कूल परिसर में रेड मारकर जुआ खेलते हुए चार आरोपियों को धर दबोचा।
गिरफ्तार आरोपी…
1. अभिषेक विश्वकर्मा (उम्र 23) निवासी पुरानी बस्ती कोटा
2. विक्की मेश्राम (उम्र 25) निवासी बंधवापारा कोटा
3. अभिजीत मानिकपुरी (उम्र 19) निवासी पुरानी बस्ती कोटा
4. शरद यादव (उम्र 23) निवासी पुरानी बस्ती कोटा
कानूनी कार्रवाई में
उक्त सभी आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 686/25, धारा 3(2) छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस प्रभावी कार्रवाई में निरीक्षक तोपसिंह नवरंग, प्रधान आरक्षक सत्य प्रकाश यादव, आरक्षक खेमंत पाल, अरविंद कुमार अनंत, अखिलेश पारकर, एवं विनोद यादव की सक्रिय भूमिका रही।
जहाँ शिक्षा दी जाती है, वहां नैतिकता का पालन होना चाहिए। स्कूलों को अपवित्र करने वालों के खिलाफ समाज को भी सतर्क और जागरूक होना होगा। यदि ऐसे कृत्य होते हैं तो उन्हें छुपाएं नहीं, बल्कि पुलिस को सूचना दें। ताकि शिक्षा के मंदिरों की गरिमा सुरक्षित रह सके।
“शिक्षा के केंद्र को जुआघर में बदलने वालों को कड़ा सबक मिलना ही चाहिए।”
जनहित में जारी।