प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग के डॉक्टरों की विशेष टीम ने की जटिल सफल सर्जरी…!
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] छत्तीसगढ़ की चिकित्सा व्यवस्था ने एक बार फिर अपनी दक्षता और समर्पण का परिचय दिया है। सिम्स (सिम्स मेडिकल कॉलेज) के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में डॉक्टरों की टीम ने असाधारण साहस और कुशलता का परिचय देते हुए एक अत्यंत जटिल सर्जरी को अंजाम दिया है। इस सर्जरी में 65 वर्षीय महिला के पेट से 10 किलो 660 ग्राम वजनी ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाला गया।
कबीरधाम निवासी लक्ष्मी चौहान पिछले दो वर्षों से पेट में सूजन, असहनीय दर्द और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से परेशान थीं। बीते 10 दिनों से उनकी स्थिति और भी खराब हो गई थी उन्हें लगातार उल्टियाँ हो रही थीं और भोजन अथवा शौच की क्रिया में भी असमर्थता आ रही थी। परिवारजनों द्वारा उन्हें तात्कालिक रूप से सिम्स लाया गया, जहाँ उनकी जांच डॉ. नेहा सिंह द्वारा की गई।

सोनोग्राफी रिपोर्ट में पेट में अत्यंत बड़ा ट्यूमर पाए जाने की पुष्टि हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता रमन जोगी को सूचित किया गया। तत्पश्चात डॉ. जोगी द्वारा अधिष्ठाता डॉ. रामनेश मूर्ति एवं मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. लखन सिंह से जीवन रक्षक सर्जरी हेतु अनुमति प्राप्त की गई।
तुरंत एक विशेषज्ञ चिकित्सा टीम गठित की गई, जिसमें डॉ. संगीता रमन जोगी, डॉ. दीपिका सिंह, डॉ. रचना जैन, डॉ. अंजू गढ़वाल, एनेस्थिसिया विभाग से डॉ. मधुमिता मूर्ति, डॉ. श्वेता, डॉ. प्राची, डॉ. आकांक्षा तथा नर्सिंग स्टाफ से ब्रदर अश्विनी शामिल थे।

सर्जरी कई घंटे चली और अत्यंत सूझबूझ व तकनीकी दक्षता के साथ मरीज के पेट से 10 किलो से भी अधिक वजन का ट्यूमर बाहर निकाला गया। यह सर्जरी न सिर्फ तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण थी, बल्कि समय और निर्णय की दृष्टि से भी अत्यंत संवेदनशील थी।
डॉक्टरों की इस अद्वितीय सफलता पर सिम्स प्रबंधन ने टीम को साधुवाद देते हुए कहा की “यह ऑपरेशन चिकित्सा विज्ञान की उपलब्धि ही नहीं, बल्कि मानवता के प्रति सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण है।”
फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है और वह धीरे-धीरे स्वस्थ हो रही हैं। यह सफलता उन सभी मरीजों के लिए एक नई आशा है, जो गंभीर रोगों से जूझ रहे हैं।

