“आओ सवारे कल अपना” करमा गांव में बिलासपुर पुलिस ने नशे विरोधी संकल्प और समाजिक जागरूकता का दिखाया उजाला…
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] “सपने वो हैं जो नींद में भी सोने ना दें” इस प्रेरक संदेश को आत्मसात करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के नेतृत्व में बिलासपुर पुलिस ने ग्राम करमा, थाना सीपत में एक अनूठे मंच पर नशा के विरुद्ध युद्ध, सियान चेतना, हमर सियान हमर धरोहर, और यातायात जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया।

यह कार्यक्रम न केवल एक सामाजिक आंदोलन का रूप ले रहा है, बल्कि ग्रामीण परिवेश में परिवर्तन की लौ भी जला रहा है। कार्यक्रम का शुभारंभ एसएसपी रजनेश सिंह द्वारा माँ सरस्वती की पूजा से हुआ। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रामगोपाल करियारे, सीएसपी सरकंडा सिद्धार्थ बघेल, एवं पायल एक नया सवेरा फाउंडेशन से पायल लाट और चंचल सलूजा विशिष्ट अतिथि रहे।

सपनों को साकार करने की प्रेरणा
मुख्य अतिथि एसएसपी रजनेश सिंह ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा: “जिंदगी में कुछ
करना है तो सकारात्मक रहो, लक्ष्य साधो और एकलव्य की तरह अपने भविष्य कोसंवारो। सपने वो होते हैं जो रातों की नींद छीन लें, और
हमें लगातार आगे बढ़ने की प्रेरणा दें।”
बीट प्रणाली की खुली प्रशंसा ग्राम करमा में पुलिस की बीट प्रणाली को लेकर एक नई पारदर्शिता की मिसाल पेश की गई।

ग्राम सरपंच नंदकुमार साहू ने बीट प्रभारी सउनि सहेत्तर कुर्रे, बीट आरक्षक शैलेंद्र कुर्रे व आरक्षक ज्योति जगत की कार्यशैली की सराहना की, जिस पर एसएसपी ने उन्हें पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। हर गांव में बीट अधिकारियों की जानकारी सार्वजनिक रूप से अंकित की जा रही है, जिससे पुलिसिंग में जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ रही है।

सियानों को दिया गया सम्मान
“हमर सियान, हमर धरोहर” के तहत वरिष्ठ नागरिकों एवं पंच-सरपंचों को सम्मानित कर उन्हें हेलमेट वितरित किए गए।
“हमारे सियान हमारी सुरक्षा की नींव हैं, इन्हें
सायबर अपराधों से बचाना हमारी प्राथमिकता है।”

एसएसपी सिंह बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री का वितरण पायल एक नया सवेरा फाउंडेशन के सहयोग से 170 स्कूली बच्चों को कॉपी और पेन वितरित किए गए, ताकि शिक्षा की अलख हर घर तक पहुंचे। साथ ही, उपस्थित बच्चियों के सुनहरे भविष्य की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात भी रखी गई।

नशे के विरुद्ध सख्त संदेश-
थाना प्रभारी गोपाल सतपथी की सक्रियता की जमकर सराहना हुई। एसएसपी सिंह ने मंच से ही निर्देशित किया कि नशे के सौदागरों पर कठोरतम कार्यवाही की जाए। “अब तक सात करोड़ रुपये से अधिक की नशा संबंधित संपत्ति ज़ब्त की गई है, और यह कार्रवाई आगे
भी जारी रहेगी।”

ट्रैफिक जागरूकता की मजबूत आवाज़ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल करियारे ने बच्चों और ग्रामीणों को ट्रैफिक नियमों के पालन, हेलमेट पहनने और नशे में वाहन न चलाने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम के अंत में हेलमेट का वितरण कर यह संदेश और भी प्रभावी ढंग से दिया गया।

उपस्थिति और सहयोग कार्यक्रम में ग्राम के शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों, छात्रों, पुलिस बल, व फाउंडेशन सदस्यों सहित सैकड़ों लोगों की सक्रिय भागीदारी रही। संचालन प्रभारी प्राचार्य आलोक पांडेय ने ओजस्वी शैली में किया।

समाज के लिए संदेश
“यदि हम नशे के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हो जाएं, तो गांव, समाज और पीढ़ियां उज्ज्वल हो सकती हैं।”

इस प्रकार बिलासपुर पुलिस द्वारा चलाया गया यह कार्यक्रम एक नई सोच, नई उम्मीद और जागरूकता का प्रतीक बन गया है।
“आओ सवारे कल अपना…” अब सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि बदलाव की शुरुआत है।

