कलेक्टर ने अकिस्मक निरीक्षण के लिए भेजा उड़न दस्ता दल मिली खामियां 6दुकानों के लाईसेंस निलंबित…!
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशों का कलेक्टर संजय अग्रवाल ने किया त्वरित पालन किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद उपलब्ध कराने बिलासपुर जिले में चल रही उर्वरक दुकानों पर कड़ी निगरानी और एक्शन का दौर तेज़।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने जिले में किसानों के हितों की रक्षा और खाद की कालाबाज़ारी पर लगाम कसने उड़न दस्ते का गठन किया। उप संचालक कृषि पी.डी. हथेश्वर के नेतृत्व में गठित इस विशेष टीम ने कोटा और बिल्हा विकासखण्ड में आधा दर्जन से अधिक कृषि केन्द्रों में छापेमारी कर अनियमितताओं का भंडाफोड़ किया।
इन दुकानों पर हुई सख्त कार्रवाई
मेसर्स उन्नत कृषि केन्द्र, रतनपुर बिना बिल के उर्वरक विक्रय नोटिस जारी।
शेखर कृषि केन्द्र, कोनचरा बिना वैध आईडी के व्यापार स्टॉक जब्त, विक्रय पर प्रतिबंध।
अतुल कृषि केन्द्र, कोनचरा अनियमितता पाए जाने पर गोदाम सील।

राघवेन्द्र देवांगन, मदनपुर (बिल्हा): मूल्य सूची न लगाना, स्टॉक रिपोर्टिंग में लापरवाही विक्रय पर प्रतिबंध, किसान सेवा केन्द्र, तखतपुर
जवाब असंतोषजनक लाइसेंस 15 दिनों के लिए निलंबित, कलेक्टर के निर्देश पर जिले में खाद की आपूर्ति पारदर्शी, गुणवत्तापूर्ण और निर्धारित मूल्य पर सुनिश्चित की जाए। कोई भी विक्रेता बिना पॉस मशीन के खाद नहीं बेचेगा। निरीक्षण लगातार जारी रहेगा, दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
किसानों के हित में बड़ा कदम…

कलेक्टर संजय अग्रवाल की इस पहल से जहां किसानों में राहत की भावना है, वहीं लापरवाह और मनमानी करने वाले विक्रेताओं में हड़कंप मचा हुआ है। किसानों को अब गुणवत्तापूर्ण खाद समय पर और सही कीमत पर उपलब्ध हो सके, इसके लिए प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है।

निरीक्षण दल में कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पीडी हथेश्वर, अनिल कुमार शुक्ला, खेमराज शर्मा, विजय धीरज, दिलीप रात्रे, आर.जी. भानू सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
आगे की कार्यवाही सभी दोषी विक्रेताओं को सात दिवस में संतोषजनक स्पष्टीकरण देने के निर्देश जारी किए गए हैं, अन्यथा उनके लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे।
कलेक्टर संजय अग्रवाल की पहल न केवल किसानों के हित में साहसिक कदम है, बल्कि खाद आपूर्ति व्यवस्था को भी पारदर्शी बनाने की दिशा में एक अनुकरणीय उदाहरण बन रही है।

