प्रशासन ने तत्काल दिए जांच के निर्देश…!
अब दिव्यांग दंपति को जल्द मिलेगा इंसाफ…
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़} जन समस्याओं के निराकरण के लिए आयोजित साप्ताहिक जनदर्शन एक बार फिर उम्मीदों का केंद्र बना। कलेक्टर संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में आयोजित जनदर्शन में आज नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार, एडीएम शिवकुमार बनर्जी और अपर कलेक्टर एसएस दुबे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। दूर-दराज से पहुंचे लोगों ने प्रशासन के सामने अपनी व्यक्तिगत और सामुदायिक समस्याएं रखीं, जिन पर अधिकारियों ने त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए।

जनदर्शन में तखतपुर ब्लॉक के ग्राम हरदी से आए नेत्र दिव्यांग जागेश्वर प्रसाद यादव और उनकी पैर से दिव्यांग पत्नी श्रीमती संगीता यादव की व्यथा ने सभी को भावुक कर दिया। वर्षों से प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम न आने की पीड़ा के साथ, उन्होंने रोजगार सहायक द्वारा पैसों की मांग की शिकायत भी की। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ को तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। जल्द ही इस जरूरतमंद दिव्यांग दंपति को योजना का लाभ दिलाने की उम्मीद है।

इसी तरह, कोटा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम रतखंडी के आश्रित गांव बड़े बरर में जर्जर आंगनबाड़ी भवन की जगह नया भवन स्वीकृत करने की मांग पर भी अधिकारियों ने सकारात्मक रुख अपनाया। ग्राम ईमलीपारा की श्रीमती करीना खांडे ने महतारी वंदन योजना में नाम जुड़वाने और सिलाई मशीन की मांग रखी, जिस पर महिला एवं बाल विकास विभाग को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम रलिया निवासी रमेश कुमार ने प्रधानमंत्री आवास की शेष राशि न मिलने की शिकायत की, जिस पर जिला पंचायत सीईओ कार्यवाही करेंगे। वहीं कोटा के ग्राम भैंसाझार निवासी ब्रम्हानंद ध्रुवे ने पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत लोन की राशि दिलाने की मांग की, जिसे लीड बैंक मैनेजर को सौंपा गया।

ग्राम मदनपुर के निवासियों ने आवारा पशुओं के प्रबंधन और बिजली खंभा लगाए जाने की मांग की, जिस पर संबंधित अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश दिए गए।

जनदर्शन में प्रशासन की संवेदनशीलता और तत्परता एक बार फिर सामने आई। तत्कालीन निर्देशों और भरोसेमंद रवैये ने साबित कर दिया कि जिला प्रशासन आम जनता के साथ खड़ा है। जनदर्शन जैसे आयोजन ग्रामीणों और शहरी गरीबों के लिए न केवल आशा की किरण हैं, बल्कि प्रशासनिक जवाबदेही का जीवंत उदाहरण भी हैं।

