आरक्षक के खिलाफ रिश्वत मांगने किसान ने की शिकायत तत्काल निलंबित थाना प्रभारी पर जांच हुई शुरू…!
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़} बिलासपुर “कोई भी हो,अपराध बर्दाश्त नहीं” पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने इस सिद्धांत को एक बार फिर व्यवहार में उतारा है। चीचिरदा निवासी एक किसान की शिकायत पर न सिर्फ तत्काल संज्ञान लिया, बल्कि जिम्मेदार पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर स्पष्ट संदेश दिया कि कानून की आड़ में किसी भी प्रकार की मनमानी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
किसान रवि कौशिक ने बिल्हा थाना प्रभारी उमेश साहू और आरक्षक बलराम विश्वकर्मा के खिलाफ रिश्वत मांगने, गाली-गलौज करने और झूठा केस दर्ज करने की गंभीर शिकायत पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह से की। किसान की बात को गंभीरता से लेते हुए एसपी सिंह ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया और थाना प्रभारी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी कर दिए।
मामला गंभीर, पर कार्रवाई और भी सख्त
किसान की बातों से यह स्पष्ट हुआ कि पुलिस की कार्रवाई में पारदर्शिता का अभाव था और 20 हजार रुपए की अवैध मांग की गई। पीड़ित किसान ने 10 हजार रुपये चॉइस सेंटर से निकालकर आरक्षक को दिए, तब जाकर उसे छोड़ा गया। इसके बावजूद उसके खिलाफ जुआ एक्ट में झूठा मामला दर्ज कर उसकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई गई।
अब पुलिस बनी पीड़ित की आवाज-:
एसपी रजनेश सिंह ने कहा “पुलिस का काम आम जनता की सुरक्षा करना है, न कि उन्हें डराना या शोषण करना। शिकायत गंभीर थी, इसलिए तत्काल निलंबन की कार्रवाई की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
एक नई पुलिसिंग की दिशा-:
इस घटनाक्रम ने यह सिद्ध कर दिया कि बिलासपुर की पुलिस व्यवस्था में अब जवाबदेही सर्वोपरि है। एसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में भ्रष्ट आचरण के खिलाफ कड़ी और त्वरित कार्रवाई से आमजन को एक सकारात्मक संदेश गया है की अब वर्दी के भीतर भी यदि कोई अपराध करेगा, तो कानून उसी पर भी उतनी ही सख्ती से लागू होगा।
बिलासपुर पुलिस का यह कदम एक उदाहरण है कि प्रशासन यदि ईमानदार हो तो पीड़ित की आवाज अनसुनी नहीं रहती।

