राष्ट्रप्रेम और भक्ति का दिखा अदभुत संगम…26 जुलाई से हुआ शुरू 3 अगस्त तक चलेगा आयोजन…
बिलासपुर [जनहित न्यूज़] बिलासपुर के सिंधु भवन तोरवा में 26 जुलाई से 3 अगस्त तक आयोजित भव्य श्रीराम कथा ने श्रद्धालुओं के हृदय में भक्ति और राष्ट्र चेतना की नई ज्योति जलाई।

आठ दिनों तक चलने वाले इस आध्यात्मिक आयोजन में पूज्य स्वामी परमात्मानंद गिरी महाराज ने भगवान राम के जीवन की प्रेरक घटनाओं का ऐसा भावपूर्ण वर्णन किया कि पूरा पांडाल भावविभोर हो उठा।

कथा के दौरान अयोध्या की दिव्यता, राजा दशरथ की प्रसन्नता और प्रजा के उल्लास का सजीव चित्रण हुआ। स्वामीजी ने कहा
श्रीराम का जन्म केवल धार्मिक घटना नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरण का प्रतीक है।

गुरुकुल प्रसंग में श्रीराम के गुरु वशिष्ठ से प्राप्त शिक्षा और संस्कारों पर प्रकाश डालते हुए स्वामीजी ने बताया कि सच्ची शिक्षा वही है, जो व्यक्ति में राष्ट्र के प्रति कर्तव्यबोध और सेवा की भावना जाग्रत करे।

पूरे आयोजन के दौरान ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से वातावरण गूंजता रहा। श्रद्धालुओं ने इसे केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि राष्ट्रप्रेम, सांस्कृतिक चेतना और जीवन मूल्यों का अदभुत संगम बताया।


