विगत 7 वर्षों की परंपरा को इस वर्ष भी पंजवानी परिवार ने बखूबी निभाया…
विशाल भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने किया भोजन प्रसाद ग्रहण…
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़}
बिलासपुर नवरात्रि के पावन अवसर पर सप्तमी तिथि को रतनपुर महामाया देवी के दर्शन हेतु परंपरागत पदयात्रा का भव्य आयोजन हुआ। हजारों की संख्या में श्रद्धालु नंगे पांव रातभर पैदल चलकर तड़के 4 बजे मंदिर के कपाट खुलने से पहले ही दर्शन के लिए लाइन में खड़े दिखाई दिए।

यह धार्मिक आस्था वर्षों से बिलासपुर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लोकमान्यता के रूप में चली आ रही है।

श्रद्धालुओं की इस आस्था यात्रा को विशेष बनाने हेतु विगत 7 वर्षों से वैष्णवी ज्वेलर्स पंजवानी परिवार द्वारा कोनी स्थित भव्य भंडारे का आयोजन किया जाता रहा है।

इस वर्ष भी परंपरा को निभाते हुए पंजवानी परिवार के तीनों भाइयों रिंकू पंजवानी, राजकुमार पंजवानी एवं श्यामलाल पंजवानी के संयुक्त प्रयासों से

विशाल भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।

भंडारे में न सिर्फ तीनों भाई, बल्कि परिवार की महिलाएं और बच्चे भी पूरी रात दर्शनार्थियों को भोजन प्रसादी परोसते रहे। रिंकू पंजवानी ने बताया कि…

यह हमारी पारिवारिक परंपरा बन चुकी है और हम आने वाली पीढ़ियों को भी इस सेवा भाव के लिए प्रेरित कर रहे हैं। हर वर्ष नवरात्रि पर हम इसी तरह श्रद्धालुओं की सेवा करते रहेंगे।

भंडारे की इस भव्य व्यवस्था की सभी श्रद्धालुओं एवं नगरवासियों ने मुक्त कंठ से सराहना की और पंजवानी परिवार के इस सात वर्षों से लगातार चल रहे।

पुनीत कार्य को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया। सच्ची आस्था और सेवा का संगम यही है नवरात्रि की वास्तविक परंपरा।




