सतत विकास हेतु साझा दृष्टिकोण पर किया गया विशेष फ़ोकस…!
बिलासपुर-[जनहित न्यूज] विश्व मानक दिवस 2025 के अवसर पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) रायपुर शाखा कार्यालय द्वारा होटल मैरियट, सेक्टर–2, बिलासपुर में एक भव्य स्टेकहोल्डर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस वर्ष का वैश्विक विषय “बेहतर दुनिया के लिए साझा दृष्टिकोण: सतत विकास लक्ष्य 17 लक्ष्यों के लिए साझेदारी पर प्रकाश” रहा, जिसने मानकीकरण, गुणवत्ता और सहयोग के महत्व को रेखांकित किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्वाह्न 11:30 बजे दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। स्वागत उद्बोधन में सुमन कुमार गुप्ता, निदेशक एवं प्रमुख, बीआईएस रायपुर शाखा ने कहा कि “मानकीकरण केवल गुणवत्ता की पहचान नहीं, बल्कि यह उद्योग, उपभोक्ता और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग का मजबूत सेतु है, जो सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में अहम भूमिका निभाता है।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों एवं संगठनों के गणमान्य अतिथियों ने भी अपने विचार साझा किए। सी. आर. टेकाम, मुख्य महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, बिलासपुर ने कहा कि मानक उद्योगों के लिए गुणवत्ता की आधारशिला हैं और इनके पालन से उत्पादों की विश्वसनीयता बढ़ती है।
लोकेश परगनिया, संयुक्त निदेशक, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) विभाग, बिलासपुर ने कहा कि मानकीकरण अपनाने से एमएसएमई इकाइयों की उत्पादकता और प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि होती है।
भागचंद बाजाज, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स, बिलासपुर ने कहा कि मानक आधारित उत्पादन उपभोक्ता विश्वास को सशक्त करता है और आर्थिक विकास को गति प्रदान करता है।
सतीश शाह, अध्यक्ष, जिला उद्योग संघ, बिलासपुर ने कहा कि गुणवत्ता नियंत्रण और मानकीकरण औद्योगिक प्रगति के सबसे विश्वसनीय साधन हैं, जिनसे उद्योगों को दीर्घकालिक स्थिरता प्राप्त होती है।
हरीश केडिया, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ स्मॉल एंड एसोसिएट इंडस्ट्रीज, बिलासपुर ने कहा कि छोटे और मध्यम उद्योगों को भी मानकों को अपनाना चाहिए ताकि स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान मिले।
विशेष सत्र में राहुल गुप्ता, उप निदेशक, बीआईएस रायपुर शाखा ने “बीआईएस की प्रमुख गतिविधियाँ एवं हितधारक सहभागिता” विषय पर प्रस्तुति दी। उन्होंने उत्पाद प्रमाणन, प्रयोगशाला मान्यता, उपभोक्ता जागरूकता, प्रशिक्षण कार्यक्रम और शैक्षणिक साझेदारी जैसी योजनाओं की जानकारी दी।
इसके बाद फालेंद्र कुमार, वैज्ञानिक डी एवं संयुक्त निदेशक, बीआईएस रायपुर शाखा ने सतत विकास लक्ष्य 17: लक्ष्यों के लिए साझेदारी” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए कहा कि सफल साझेदारी और गुणवत्ता आधारित सहयोग ही सतत विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक हो सकते हैं।
इसके उपरांत आशीष अग्रवाल, वैज्ञानिक–बी ने “मानक मंथन” विषय पर ज्ञानवर्धक प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में मानकों की आवश्यकता और उनके सामाजिक आर्थिक प्रभावों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।

सम्मेलन में बिलासपुर क्षेत्र के उद्योग प्रतिनिधि, व्यापार संगठन, शिक्षण संस्थानों के शिक्षक एवं छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। ओपन हाउस सत्र में प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत किए, जिससे पारस्परिक संवाद और अनुभवों का आदान प्रदान हुआ। बीआईएस स्टैंडर्ड क्लब के छात्र सदस्यों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने आयोजन में उत्साह और ऊर्जा का वातावरण निर्मित किया।
कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन रोहित कुमार मिश्रा, सलाहकार, बीआईएस रायपुर शाखा ने किया। उन्होंने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों एवं सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन मानक आधारित भारत की दिशा में एक सशक्त कदम हैं।
बीआईएस रायपुर शाखा का मानना है कि इस प्रकार के सम्मेलन उद्योग, उपभोक्ता, शैक्षणिक संस्थान एवं सरकारी विभागों के बीच विचार-विनिमय, जागरूकता और सहयोग को सशक्त बनाते हैं। सभी प्रतिभागियों ने इस आयोजन को अत्यंत सफल, ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया।

