फसल इंट्री में त्रुटि से क्षुब्द था किसान मौत से मचा हड़कंप!
06-दिसम्बर,2020
कोंडागांव-[जनहित न्यूज़] तहसीलदार एचआर नायक के नेतृत्व में राजस्व विभाग का जांच दल मारंगपुरी पहुंचा। धनीराम के खेत और धान खरीदी केंद्र के सॉफ्टवेयर की जांच की जांच में पाया गया कि धनीराम ने 2.713 हेक्टेयर भूमि पर धान बोया था, लेकिन पटवारी ने गिरदावरी रिपोर्ट में 0.320 हेक्टेयर में ही धान की प्रविष्टि की थी।
इस पर तरह फसल इंट्री में त्रुटि के कारण किसान का रकबा घट गया था। मारंगपुरी के किसान धनीराम के आत्महत्या मामले में मचे हड़कंप के बाद हुई जांच में गिरदावरी रिपोर्ट में गलती सामने आई।
किसान का रकबा घट गया था, जिससे सौ क्विंटल धान बेचने की उम्मीद बांधे बैठा किसान को 11 क्विंटल की अनुमति मिली थी। इससे व्यक्ति कर्ज में डूबे किसान ने फांसी लगा ली। इस ममाले में पटवारी को निलंबित कर दिया गया है।
इसके साथ ही तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। कलेक्टर पुष्पेंद्र सिंह मीणा ने तीन दिन के भीतर जिले के ऐसे सभी किसानों की सूची तैयार करने को कहा है।
जिनके खेत का रकबा गिरदावरी रिपोर्ट में घट गया है। धनीराम 40 वर्ष पुत्र मंगलू ने आज सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। अनुविभागीय अधिकरी राजस्व केशकाल पीडी मंडावी ने मामले में त्वरित जानकारी मांगी।
किसान धनीराम के पास 6.70 एकड़ का भूमि स्वामित्व पट्टा हैं। जिसे पर वह लगभग 100 क्विंटल धान बेचने की तैयारी में था। उसने अपने रिश्तेदार प्रेमलाल नेताम को जब टोकन काटने लैपस सलना भेजा, तो उसे पता लगा कि वह केवल 11 क्विंटल ही बेच सकेगा।
पत्नी सुमित्र ने बताया कि धनीराम पर को आपरेटिव बैंक का 61 हजार 982 रूपये का कर्ज है, व्यापारियों से भी उधार ले रखा है, दो बेटियां हैं। जिनकी अभी शादी करनी है, एकाएक 11 क्विंटल ही धान बेच पाने की जानकारी मिलते ही परेशान हो गया और बुधवार की रात सोया ही नहीं था। गिरदावरी रिपोर्ट में त्रुटि सामने आई है।