
थर्राया न्याय का मंदिर जज से लेकर वकीलों में मची दहशत… चप्पे-चप्पे की ली गई तलाशी अज्ञात व्यकि के ईमेल पर मचा बवाल जांच शुरू…!
बिलासपुर {जनहित न्यूज} बिलासपुर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी देकर किसी शातिर ने न सिर्फ कानून के मंदिर की गरिमा को चुनौती दी, बल्कि पूरे न्यायिक तंत्र में सनसनी फैला दी। सोमवार की शाम करीब 4:45 बजे जैसे ही हाईकोर्ट की आधिकारिक ईमेल आईडी पर धमकीभरा मेल आया, पूरा परिसर थर्रा उठा।
धमकी में लिखा था कि कोर्ट भवन में अमोनियम सल्फर आधारित IED लगाया गया है। मेल में संवेदनशील मामलों का जिक्र करते हुए इस कृत्य को “पवित्र मिशन” बताया गया। मेल आते ही अफरातफरी मच गई। जज हों या अधिवक्ता, सभी को आनन-फानन में बिल्डिंग से बाहर निकाला गया। परिसर में हड़कंप का आलम ऐसा था कि कई अधिकारी दौड़ते-हांफते सुरक्षित स्थानों की ओर भागते नजर आए।
सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी
सूचना मिलते ही पुलिस, बम स्क्वायड और डॉग स्क्वायड की टीमें अलर्ट हो गईं। चकरभाठा थाने में सूचना के साथ ही पूरे इलाके को सील कर दिया गया। बम निरोधक दस्ते ने हाईकोर्ट के हर कोने की तलाशी ली, लेकिन राहत की बात रही कि कोई विस्फोटक बरामद नहीं हुआ।
ईमेल ID से मिली सुराग की डोर
धमकी ‘abdia@outlook.com’ नामक आईडी से भेजी गई थी, जिसमें कुछ संवेदनशील केसों की ओर इशारा किया गया था। पुलिस ने इस मेल को साइबर क्राइम की जांच में डाल दिया है और अज्ञात आरोपी के खिलाफ FIR भी दर्ज कर ली गई है।
गंभीर सवाल कौन कर रहा है न्याय व्यवस्था को चुनौती?
इस घटना ने न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है, बल्कि यह भी सवाल खड़ा किया है कि आखिर किसकी हिम्मत हुई जो देश की न्याय व्यवस्था को बम से उड़ाने की बात कह रहा है? क्या यह किसी असंतुष्ट तत्व की साजिश है या फिर किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा?
निष्कर्ष हालांकि तलाशी में कुछ भी नहीं मिला, लेकिन हाईकोर्ट जैसी संवेदनशील संस्था को धमकी मिलना बेहद गंभीर मसला है। अब देखना यह है कि जांच एजेंसियां इस दुस्साहस के पीछे के चेहरों को कितनी जल्दी बेनकाब कर पाती हैं। यह महज़ एक धमकी नहीं, कानून के मंदिर पर हमला है इसे हल्के में लेना न्याय के प्रति अपराध होगा।