
यातायात पुलिस की अभिनव पहल लेकिन जमीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई की आवश्यकता…!
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़]
बरसात के मौसम में सड़कों पर खुले घूमते और बीच सड़क पर बैठे मवेशी अब पहचान में आ रहे हैं। वो भी चमकती रेडियम पट्टियों के साथ। बिलासपुर की यातायात पुलिस ने इन स्वच्छंद विचरणशील मवेशियों को सड़क दुर्घटनाओं से बचाने एक नई पहल शुरू की है। रेडियम पट्टी बांधने की अभिनव योजना। इस योजना के तहत हाईवे और प्रमुख मार्गों पर विचरण करने वाले मवेशियों के गले में रेडियम पट्टी बाँधी जा रही है ताकि रात के अंधेरे में भी वाहन चालकों को दूर से ये नजर आ सकें।
इस अभियान का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) रामगोपाल करियारे कर रहे हैं और यह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के दिशा-निर्देश में संचालित किया जा रहा है। विभिन्न विभागों से समन्वय बनाते हुए यातायात पुलिस द्वारा नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और शहरी मार्गों के किनारे चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।
पेंड्रीडीह बायपास, बोड़सरा, अमसेना, बेलमुंडी संबलपुरी, हाई कोर्ट रोड, तालापारा, मुढ़ीपारा जैसे क्षेत्रों में यह रेडियम पट्टी बांधने की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। साथ ही, मवेशियों को खुला छोड़ने वाले मालिकों की पहचान भी की जा रही है, ताकि उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जा सके।
पहल सराहनीय मगर… कार्रवाई कब?
यह पहल जहां मानव और पशु दोनों की सुरक्षा की दिशा में एक सराहनीय कदम है, वहीं यह सवाल भी उठने लगे हैं कि रेडियम पट्टी से सिर्फ पहचान होगी, समाधान नहीं।
रोज़ाना हजारों वाहन तेज़ रफ्तार से गुजरते हैं और सड़कों के बीच बैठे मवेशी सिर्फ एक पट्टी के भरोसे न तो हटेंगे, न बचेंगे। सड़क पर जान जोखिम में डालने वाले इन मवेशियों को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है कि।
संबंधित ग्राम पंचायतों और नगर निगम द्वारा गौशालाओं में शिफ्टिंग की ठोस व्यवस्था हो।
मवेशियों के मालिकों पर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। हाईवे व प्रमुख मार्गों पर बाड़बंदी या अवरोधक लगाए जाएं।
जनता को केवल चेतावनी नहीं, दंडात्मक कार्रवाई की मिसाल दिखाई जाए…
सवाल जनता का “रेडियम पट्टी अच्छी बात, पर सड़कों से कब हटेंगे मवेशी?”
बिलासपुर के कई जागरूक नागरिकों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन की कोशिशें सराहनीय हैं लेकिन अब वक्त नजर आने वाली जमीनी कार्रवाई का है। रेडियम पट्टी से जान तो बच सकती है, पर सुरक्षा की पूरी गारंटी नहीं। जनता की अपेक्षा है कि पुलिस के साथ-साथ नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग भी इस दिशा में और संवेदनशील एवं प्रभावी कदम उठाए।
जन सहयोग से ही बनेगी बात यातायात पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्रों में मवेशियों को खुला न छोड़ें और रेडियम पट्टी बांधने जैसी मुहिम में बढ़-चढ़कर सहयोग करें। यह प्रयास तभी सफल होगा जब समाज भी इस समस्या को अपनी जिम्मेदारी माने और मवेशियों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ सड़क पर चल रहे लोगों की जान की भी परवाह करे।
बिलासपुर यातायात पुलिस की यह पहल नवाचार और जागरूकता का प्रमाण है। लेकिन प्रशासन को अब सिर्फ सजगता नहीं, सख्ती भी दिखानी होगी। रेडियम पट्टी पहला कदम है पर मंजिल अभी दूर है।