कलेक्टर संजय अग्रवाल बोले… “जिला प्रशासन की निगरानी में हो निर्देशों का कड़ाई से पालन”
बिलासपुर [जनहित न्यूज़] व्यापम परीक्षा में हाईटेक तकनीक से नकल करते पकड़ी गई दो युवतियों की घटना के बाद छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) अब एक्शन मोड में आ गया है। नकल गिरोह के इस मॉडर्न और तकनीकी फंडे ने मंडल को झकझोर कर रख दिया, जिसके बाद व्यापम ने आगामी परीक्षाओं के लिए कड़े और विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। ये दिशा-निर्देश 20 जुलाई से आयोजित होने वाली सभी व्यापम परीक्षाओं पर लागू होंगे। बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने इन दिशा-निर्देशों के कड़ाई से पालन हेतु जिला पुलिस और सभी परीक्षा केंद्र प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर चौकसी बढ़ाने की बात कही है।
सुरक्षा के लिए दोहरी जांच प्रणाली
अब हर परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर और मैनुअल पैट डाउन (फ्रिसकिंग) से गुजरना होगा। महिला अभ्यर्थियों की जांच महिला पुलिस कर्मी द्वारा और पुरुषों की पुरुष पुलिस कर्मी द्वारा की जाएगी। प्रत्येक केंद्र में अनिवार्य रूप से एक-एक महिला और पुरुष पुलिसकर्मी की तैनाती की जाएगी, जो परीक्षा प्रारंभ होने से ढाई घंटे पहले केंद्र पर मौजूद रहेंगे। परीक्षा के दौरान ये कर्मी केंद्र परिसर और आसपास की लगातार निगरानी करेंगे।
समय का पालन अनिवार्य
परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से कम से कम दो घंटे पहले परीक्षा केंद्र पहुंचना होगा। परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले मुख्य द्वार बंद कर दिया जाएगा, जिससे लेट आने वालों को प्रवेश न मिल सके। जैसे यदि परीक्षा सुबह 10 बजे है, तो प्रवेश 9:45 बजे तक ही मिलेगा। ड्रेस कोड और प्रतिबंधित वस्तुएं
परीक्षा में अनुचित साधनों को रोकने के लिए व्यापम ने स्पष्ट ड्रेस कोड जारी किया है।
हल्के रंग के आधी बांह वाले कपड़े पहनें।
फुटवियर में केवल चप्पल की अनुमति है।
कानों में कोई भी आभूषण नहीं होना चाहिए।
कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे मोबाइल, स्मार्टवॉच, घड़ी, पर्स, स्कार्फ, बेल्ट, टोपी आदि ले जाना सख्त वर्जित है।
परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले और समाप्ति से आधे घंटे पूर्व परीक्षार्थियों का परीक्षा केंद्र छोड़ना पूर्णतः वर्जित होगा।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि “ऐसी घटनाओं से परीक्षा की शुचिता प्रभावित होती है, इसलिए इन दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। परीक्षा प्रणाली को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ कार्य करेगा।”
इस बार व्यापम और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है, और अब नकलचियों को कोई मौका नहीं मिलेगा। भविष्य की परीक्षाएं अब और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और अनुशासित होने की ओर अग्रसर हैं।

