जनता से की अपील…! झूठे प्रलोभनों और भ्रामक विज्ञापनों से सावधान रहें सत्यता को परखें फिर खरीदारी करें…!
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] सोना केवल धातु नहीं विश्वास का प्रतीक है और इस विश्वास को बनाए रखने की दिशा में छत्तीसगढ़ सराफा व्यवसाय संघ ने आज एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर आम उपभोक्ताओं को जागरूक करने का संदेश दिया।
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि आभूषण खरीदारी केवल सौदा नहीं बल्कि उपभोक्ता की सुरक्षा, पारदर्शिता और जानकारी पर आधारित निर्णय होता है। प्रेस वार्ता में उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि वे झूठे प्रलोभनों और भ्रामक विज्ञापनों से सावधान रहें, जो बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा ‘कम रेट में सोना’ देने के नाम पर दिए जाते हैं।

एक रेट एक देश-:
संघ ने स्पष्ट किया कि सोने की कीमत पूरे देश में एक समान होती है, ऐसे में कोई भी व्यापारी कम कीमत का दावा नहीं कर सकता। दरअसल यह एक मनोवैज्ञानिक प्रलोभन होता है जिससे ग्राहक को दुकान तक लाया जाता है। वहां पहुंचने के बाद ग्राहक को बताया जाता है कि 1000 या 2000 रुपये की छूट केवल डिज़ाइनर गहनों पर है, न कि सोने के मूल्य पर – जबकि ग्राहक इसे कुल सोने की दर में छूट समझ बैठता है।

छत्तीसगढ़ सराफा व्यवसाय संघ की उपभोक्ताओं को 9 बड़ी सलाह…
कृपया ध्यान से पढ़े-:
1. BIS हॉलमार्क की पहचान करें
हर गहने में BIS का लोगो और शुद्धता स्तर होना अनिवार्य है…
जैसे 22 कैरेट = 91.6%, 18 कैरेट = 75% आदि।
2. मेकिंग चार्ज स्पष्ट पूछें
डिज़ाइनर गहनों में यह शुल्क 12% से 18% तक हो सकता है इसे बिल में स्पष्ट लिखवाएं।
3. पूरा कैलकुलेशन जांचें
मूल्य = वजन × रेट + मेकिंग चार्ज + GST। कोई छुपा शुल्क नहीं होना चाहिए।
4. हॉलमार्किंग शुल्क केवल ₹45 + GST
इससे अधिक लेना नियम विरुद्ध है।
5. पक्का बिल लें जिसमें ये जानकारियां हों…
कुल वजन शुद्धता स्तर हॉलमार्क मेकिंग चार्ज रिटर्न/एक्सचेंज नीति
6. एक्सचेंज नीति पहले ही जानें
बिल में रिटर्न शर्तें लिखी होनी चाहिए।
7. दिन का रेट खुद जांचें
खरीदारी से पूर्व मोबाइल या न्यूज़ सोर्स से उस दिन का रेट अवश्य देखें।
8. स्टोन वजन अलग दर्शाएं
स्टोन लगे गहनों में पत्थर का वजन सोने में न जोड़ा जाए।
9. सवाल पूछना ग्राहक का अधिकार है
हर जानकारी पूछें, हर शब्द समझें.. यही जागरूकता की शुरुआत है।
सचेत ग्राहक, समृद्ध व्यवसाय
छत्तीसगढ़ सराफा व्यवसाय संघ ने उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वे केवल प्रमाणित एवं पारदर्शी दुकानों से ही आभूषण खरीदें और अफवाहों या प्रलोभनों के जाल में न फंसे। एक जागरूक ग्राहक न केवल खुद को ठगे जाने से बचाता है, बल्कि पूरे उद्योग में ईमानदारी की नींव भी मजबूत करता है।

