सिम्स में मिसेंट्रिक सिस्ट का दूरबीन पद्धति से हुआ सफल ऑपरेशन…मरीज को मिली राहत…!
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] सिम्स (छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान) के सर्जरी विभाग में दूरबीन पद्धति (लैप्रोस्कोपिक सर्जरी) के माध्यम से एक मरीज के पेट में मौजूद मिसेंट्रिक सिस्ट का सफल ऑपरेशन किया गया।
चकरभाठा निवासी मरीज विगत तीन माह से पेट दर्द की गंभीर समस्या से परेशान था। उसने शहर के विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में जांच कराई, जहाँ सर्जरी के लिए लगभग ₹1,00,000 की अनुमानित लागत बताई गई।
आर्थिक रूप से सशक्त न होने के कारण मरीज ने सिम्स की शरण ली और सर्जरी विभाग की ओपीडी में डॉ. रघुराज सिंह एवं डॉ. बी. डी. तिवारी को परामर्श हेतु दिखाया। आवश्यक परीक्षणों के बाद पता चला कि मरीज के पेट में लगभग 6×5 सेमी का मिसेंट्रिक सिस्ट मौजूद है, जो दर्द का मुख्य कारण था।

डॉक्टरों की विशेषज्ञ टीम द्वारा बिना बड़े चीरे के दूरबीन तकनीक से यह ऑपरेशन 10 मिलिमीटर और दो 5 मिलीमीटर छिद्र( चिरें) पेट में कर ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया। यह प्रक्रिया सिम्स में पूर्णतः आयुष्मान कार्ड से नि:शुल्क की गई, जिससे मरीज और परिजनों ने गहरी संतुष्टि व्यक्त की।
सर्जरी टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. रघुराज सिंह ने बताया कि मिसेंट्रिक सिस्ट दुर्लभ मामलों में देखने को मिलता है और समय रहते ऑपरेशन आवश्यक होता है। सिम्स में ऐसी आधुनिक सर्जरी की सुविधाएं अब आमजन के लिए सुलभ हैं।

इस ऑपरेशन में एनेस्थीसिया विभाग से डॉ.मधुमिता मूर्ति डॉ भावना रायजादा एवं डॉ.मिल्टन व सर्जरी विभाग से डॉ. ओ.पी. राज डॉ.रघुराज सिंह डॉ.बी डी तिवारी डॉ जागृति एवं डॉ अमन की विशेष सहयोग प्राप्त
हुआ।
सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति व चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर लखन सिंह ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि संस्थान लगातार उन्नत तकनीकों और सेवाओं के माध्यम से आम नागरिकों को उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है।

