मामूली विवाद पर तीन युवकों ने बीच सड़क में पिता-पुत्र पर किया धारदार हथियार से जानलेवा हमला सिटी कोतवाली पुलिस ने किया गिरफ्तार…!
बिलासपुर-[जनहित न्यूज] नागोराव स्कूल तिराहे पर मामूली वाहन टकराने की घटना ने बीती रात खून-खराबे का रूप ले लिया। मोटरसाइकिल से टकराने पर नाराज़ तीन युवकों ने बीच सड़क पर पीड़ित पिया-पुत्र पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। सिटी कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को पकड़कर सड़क पर जुलूस निकाला, ताकि शहर देख सके कि क़ानून से ऊपर कोई नहीं।
घटना कैसे हुई रात्रि 8 बजे, प्रखर शर्मा (19) अपने पिता उमेश शर्मा को मोटरसाइकिल पर बैठाकर मंगला से जूना बिलासपुर होते हुए मोपका जा रहा था। नागोराव स्कूल तिराहे पर CG10/BX8253 नंबर की बाइक से हल्की टक्कर हुई। इतने पर आरोपी सैफ खान ने गाली-गलौच शुरू कर दी और अपने साथियों अरमान खान व अमन भौरे को बुला लिया। देखते ही देखते मारपीट, मुक्केबाज़ी और बटनदार चाकू से हमला कर दिया गया।

पुलिस की फुर्ती
एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर एएसपी (शहर) राजेन्द्र जायसवाल और सीएसपी गगन कुमार के मार्गदर्शन में घेराबंदी कर तीनों को रायपुर रोड से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से बाइक और बटनदार चाकू बरामद हुए।
गिरफ्तार आरोपी…
सैफ खान उर्फ सैफू (25) – गांधी चौक, फजलबाडा।
अरमान खान (19) – करबला रविदास चौक।
अमन भौरे (22) – फजलबाडा, गांधी चौक।

अरमान खान
सबसे खतरनाक सच नाबालिग से बना अपराधी:
गिरफ्तार अरमान खान की आपराधिक पृष्ठभूमि चौंकाने वाली है। वह पहले एक हत्या के मामले में दोषी पाया गया था, लेकिन उस समय नाबालिग होने के कारण बाल न्यायालय के सुधार गृह में भेजा गया। वहां से छूटने के बाद न तो उसमें सुधार हुआ, न ही समाज में लौटने की चाह। अब 19 साल की उम्र में वह पूरी तरह ‘गुंडा’ बन चुका है।

संदेश…
ऐसे ही तैयार होते हैं नए अपराधी
कई बार समाज और कानून नाबालिगों को सुधार का मौका देता है, लेकिन अगर परिवार, समाज और व्यवस्था उनकी सही निगरानी नहीं कर पाती, तो यही किशोर बड़े होकर संगठित अपराध में कूद पड़ते हैं। सड़क पर बेकाबू गुस्सा, हथियारों का शौक और दबंगई की मानसिकता ये सब मिलकर एक ऐसे अपराधी को जन्म देते हैं, जो कानून, पुलिस और न्याय से नहीं डरता।

इस घटना ने फिर साबित किया कि
नाबालिग अपराधियों पर समय रहते सख्त और सुधारात्मक कदम ज़रूरी हैं।
समाज को ऐसे युवाओं को हथियार, नशा और गलत संगत से बचाना होगा।
हर गली-मोहल्ले में पुलिस-समुदाय की निगरानी व्यवस्था मज़बूत करनी होगी।
वरना आज का छोटा अपराधी कल का बड़ा कातिल बनकर फिर किसी की ज़िंदगी लूट सकता है।

