आखिर क्यों नहीं थम रहा धर्मांतरण के ये घिनोना खेल…?
आखिर कब तक लोग अपने पूर्वजों की आस्था से मुँह मोड़ते रहेंगे…?
मुंगेली-{जनहित न्यूज़}मुंगेली धर्मांतरण के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे। महज़ कुछ रुपयों और लालच के लालच में लोगों को अपने मूल धर्म से तोड़ने का खेल लगातार जारी है। ताज़ा मामला थाना पथरिया क्षेत्र के लक्षनपुर गाँव का है, जहाँ सत्यम सिंह नामक व्यक्ति को भजन-कीर्तन और चंगाई सभा के नाम पर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसाते हुए पकड़ा गया।
प्रार्थी ब्रिजेश शर्मा की शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुँची और पाया कि आरोपी सत्यम सिंह (50 वर्ष) हिंदू परिवारों को यह कहकर बरगला रहा था
तुम्हारे देवी-देवता बेकार हैं, वे कुछ नहीं कर सकते। प्रभु यीशु ही कल्याण का रास्ता हैं। ईसाई धर्म अपनाओ, जीवन आसान हो जाएगा।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के आदेश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री नवनीत कौर छाबड़ा व एसडीओपी नवनीत पाटिल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक लक्ष्मण खुंटे ने तुरंत कार्रवाई की। आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 182/2025 दर्ज कर धारा 299 बीएनएस व छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम 1968 की धारा 4 के तहत मामला पंजीबद्ध कर कार्रवाई की गई है।
सवाल गहरे हैं…
आखिर क्यों बार-बार भोले-भाले लोगों को धर्मांतरण के जाल में फंसाया जा रहा है…?
क्या कुछ पैसों और झूठे वादों के लालच में अपनी संस्कृति और आस्था छोड़ देना इतना आसान हो गया है?
प्रशासन की कड़ी कार्रवाई के बावजूद यह कारोबार क्यों नहीं थम रहा…?

धर्मांतरण का यह सिलसिला समाज के लिए सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक चुनौती भी है। सवाल यह है कि चंद रुपयों की खातिर आखिर कब तक लोग अपने पूर्वजों की आस्था से मुँह मोड़ते रहेंगे…?

