पुलिस की मुहीम “चेतना”
“आपकी एक आस, आपकी अमानत, आपके पास” के तहत गुम व चोरी हुए 100 वास्तविक मालिकों को सौंपे मोबाइल…!
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़}
बिलासपुर विजयदशमी पर्व के अवसर पर बिलासपुर पुलिस ने आमजनों को बड़ी सौगात दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में चलाई जा रही मुहीम “चेतना” के तहत 100 गुमशुदा मोबाइल फोन, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 16 लाख रुपये है, उनके वास्तविक मालिकों को सौंपे गए।

पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने बताया कि गुम मोबाइल की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए एसीसीयू (साइबर सेल) व जिले के सभी थानों ने संयुक्त प्रयास कर न केवल बिलासपुर जिले बल्कि छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों सहित मध्य प्रदेश, झारखंड, उड़ीसा और महाराष्ट्र से मोबाइल फोन बरामद किए।

याद रहे कि पिछले माह भी बिलासपुर पुलिस ने 200 से अधिक मोबाइल फोन रिकवर कर आमजनों को लौटाए थे। इस निरंतर प्रयास से आम नागरिकों का पुलिस पर विश्वास और मजबूत हुआ है।
कार्यक्रम के दौरान जब लोगों को उनके गुम हुए मोबाइल लौटाए गए तो कई चेहरे खुशी से खिल उठे। वर्षों से अपनी अमानत पाने की उम्मीद छोड़ चुके लोगों ने भावुक होकर बिलासपुर पुलिस और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह का आभार व्यक्त किया।

साइबर जागरूकता के तहत उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी ने लोगों को आधुनिक साइबर ठगी के तरीकों जैसे…
डिजिटल अरेस्ट…
सेक्सटॉर्शन (वीडियो कॉलिंग के माध्यम से) व्हाट्सएप डीपी बदलकर ठगी
बिटकॉइन व दुर्जिम प्लान,
कस्टमर केयर फ्रॉड
ऑनलाइन लोन ऐप
आदि के खतरों से अवगत कराते हुए सतर्क रहने के उपाय बताए।

चेतना अभियान में एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक अजहरुद्दीन के नेतृत्व में प्रभाकर तिवारी, आतिश पारिक, राहुल सिंह, राघवेंद्र साहू, प्रशांत राठौर, प्रशांत सिंह, विकास राम, मुकेश वर्मा, सतीश भारद्वाज, नवीन एक्का एवं पूरी टीम की सराहनीय भूमिका रही।
बिलासपुर पुलिस का यह प्रयास केवल गुम मोबाइल वापस करने तक सीमित नहीं है, बल्कि नागरिकों में साइबर जागरूकता फैलाकर उन्हें डिजिटल युग में सुरक्षित रखने की दिशा में भी एक बड़ी पहल है।

