सिविल लाइन पुलिस व ए.सी. यू. टीम की संयुक्त कार्रवाई से मिली बड़ी सफलता…!
बिलासपुर-{जनहित न्यूज़}
बिलासपुर मंगला चौक स्थित स्क्वायर फीट टाइल्स दुकान में 29 अक्टूबर
की रात को तिजोरी तोड़कर नगद रकम उड़ाने वाले दो अंतरराज्यीय चोरों को सिविल लाइन पुलिस ने महज़ एक हफ्ते के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। चोरी गए ₹1.97 लाख नगद, दो आईफोन, चार्जर, कपड़े, जूते और बैग समेत ₹3.55 लाख का माल बरामद किया गया है।
यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू. (सायबर सेल) व थाना सिविल लाइन पुलिस की संयुक्त टीम ने की।

सीसीटीवी से मिला सुराग, देवास (म.प्र.) में दबोचे गए आरोपी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसीसीयू व थाना सिविल लाइन की टीम ने शहर और आसपास के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसके आधार पर संदिग्धों की पहचान की गई।
तकनीकी इनपुट के बाद पुलिस की विशेष टीम देवास (मध्य प्रदेश) पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से दोनों आरोपियों को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार आरोपी
- सोमू उर्फ अनुज कश्यप, पिता कृष्ण कुमार कश्यप (23 वर्ष), निवासी तोरवा, बिलासपुर।
- आर्यन शुक्ला, पिता उमेश शुक्ला (22 वर्ष), निवासी बाबू जगजीवन वार्ड, कटनी, मध्यप्रदेश।
दोनों ने पूछताछ में अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि चोरी की रकम से उन्होंने महंगे मोबाइल, कपड़े और अन्य सामान खरीदे थे।
कैसे हुआ था खुलासा…
घटना 29 अक्टूबर की रात की है।
मंगला चौक स्थित दुकान के संचालक सत्यजीत राजनकर ने 30 अक्टूबर की सुबह पुलिस को सूचना दी कि दुकान की छत उखाड़कर तिजोरी से ₹5.80 लाख की चोरी हुई है।
एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर जांच टीम गठित की गई। तकनीकी और भौतिक साक्ष्य जोड़ते हुए पुलिस ने देवास जाकर आरोपियों को धर दबोचा।
बरामद संपत्ति
नगदी ₹1,97,000
दो आईफोन व चार्जर (₹1,30,000)
कपड़े, जूते, बैग (₹28,000)
घटना में प्रयुक्त पेचकस, प्लास, स्कूटी व टूटा तिजोरी ताला
कुल बरामद संपत्ति ₹3,55,000
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में निरीक्षक अजहरउद्दीन, उपनिरीक्षक चंद्रकांत डहरिया, आरक्षक विकास श्रीवास, निखिल जाधव और विरेंद्र गंधर्व की अहम भूमिका रही।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने टीम की त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई की सराहना की है
थाना सिविल लाइन, जिला बिलासपुर (छ.ग.)
अपराध क्रमांक: 1300/25, धारा 331(4), 305, 3(5) बी.एन.एस.
आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।

