महिला आयोग की सख़्त मॉनिटरिंग से आवेदिका को रेरा से हुई 50 लाख की रकम वापसी…!
जनसुनवाई में और कई प्रकरणों का हुआ निराकरण…!
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़]
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की जिला पंचायत भवन बिलासपुर में आयोजित ऐतिहासिक जनसुनवाई में एक बड़ा निर्णय सामने आया, जब आयोग की निर्देशात्मक कार्रवाई के फलस्वरूप एक आवेदिका को रेरा से 50 लाख रुपये की पूरी राशि वापस मिली। महिला आयोग के इतिहास में इसे एक अभूतपूर्व उपलब्धि माना जा रहा है, क्योंकि प्रकरण दर्ज होने के तुरंत बाद ही राशि लौटाई गई।
महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक की अध्यक्षता में आयोजित इस प्रदेश स्तरीय 355वीं तथा बिलासपुर जिले की 22वीं सुनवाई में कुल 22 प्रकरणों पर विस्तृत सुनवाई हुई। जनसुनवाई में पहुंचे पक्षकारों के बीच कई मामलों में सुलह, समझौता और निर्णायक निर्देश जारी किए गए।

रेरा प्रकरण में आयोग की सख़्ती से लौटा 50 लाख रुपये का धन एक आवेदिका ने आयोग में प्रकरण दर्ज कराया था, जिस पर सुनवाई के दौरान बताया गया कि शिकायत के बाद ही अनावेदक ने पूरे 50 लाख रुपये वापस कर दिए। आवेदिका ने सुलह नामा प्रस्तुत करते हुए आवेदन वापस ले लिया। इस महत्वपूर्ण फैसले को आयोग ने नस्तीबद्ध कर दिया। यह निर्णय सुनवाई का सबसे बड़ा आकर्षण रहा।
सुनवाई में आए अन्य महत्वपूर्ण निर्णय
आंतरिक परिवाद समिति पर अधूरी जांच का आरोप लगाने वाली आवेदिका और अनावेदक के बीच आयोग में ही सुलह हुई।
अनावेदक ने माफी मांगी और आवेदिका ने अपनी अपील वापस ले ली।
महिला खिलाड़ियों को खेल परिसर में समय-स्लॉट देने का आश्वासन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद अनावेदक ने दियाप्रकरण नस्तीबद्ध। शासकीय दौरे में किए गए कथित व्यवहार को लेकर विवाद अनावेदक ने खेद व्यक्त किया, आवेदिका ने आगे कार्रवाई से इनकार किया।
भरणपोषण और दांपत्य विवाद के मामलों में आयोग ने अंतिम अवसर प्रदान करते हुए 15 दिन के भीतर सखी सेंटर में सुलह की प्रक्रिया अनिवार्य की, अन्यथा एफआईआर दर्ज कराने का मार्ग खुला रखा। स्कूल प्रबंधन से जुड़े प्रकरणों को स्थायी प्राचार्य के माध्यम से निराकरण हेतु निर्देशित किया गया।
तिरोड़ा, महाराष्ट्र के अनावेदक की जांच के लिए सखी केंद्र भंडारा को पत्राचार एवं रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश।
शादी में दिए सामान की वापसी को लेकर महिला थाना को निर्देश
एक माह में पूर्ण रिपोर्ट आवश्यक।
धोखाधड़ी में आरोपी जेल में होने पर आवेदिका को अपराधिक परिवाद व दीवानी वसूली हेतु कोर्ट जाने की सलाह
प्रकरण नस्तीबद्ध।
जनविश्वास का सशक्त मंच बना महिला आयोग
इस जनसुनवाई में महिला आयोग ने एक बार फिर साबित किया कि
जहाँ प्रशासनिक ढील होती है, वहाँ आयोग की पहल न्याय का रास्ता खोलती है। रेरा में अटके 50 लाख रुपये की वापसी से लेकर कई संवेदनशील पारिवारिक मामलों में निर्णायक हस्तक्षेप तक यह सुनवाई महिला अधिकारों की सुरक्षा एवं त्वरित न्याय का नया अध्याय बन गई है।

