मुंगेली-{जनहित न्यूज़}
पुलिस अधीक्षक मुंगेली भोज राम पटेल द्वारा जिला मुंगेली में आज एक अनोखी और प्रेरणादायक मिसाल देखने को मिली, जब पुलिस प्रशासन ने समाज के सबसे दूरस्थ और वंचित वर्ग के लोगों के बीच दीपावली की खुशियाँ बाँटकर मानवता का सच्चा उदाहरण प्रस्तुत किया। चौकी खुड़िया के अंतर्गत आने वाले वनांचल ग्राम बहाउड़ में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में पहल जागरूकता अभियान के तहत मुंगेली पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल स्वयं उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने लगभग 88 बैगा परिवारों और उनके करीब 260 बच्चों के बीच दीपावली एवं गोवर्धन पर्व के उपलक्ष्य में मिठाई, चॉकलेट और पटाखे वितरित किए। यह दृश्य किसी उत्सव से कम नहीं था।जब पहाड़ी इलाकों में रहने वाले इन बच्चों के चेहरे पर मुस्कान और उत्साह की रौनक फैल गई।

पहल जागरूकता अभियान पुलिस और समाज के बीच विश्वास का पुल कार्यक्रम का आयोजन पहल जागरूकता अभियान के अंतर्गत किया गया था, जिसका उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक प्रशासन की संवेदनशीलता को पहुँचाना है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने बताया कि यह पहल न केवल त्यौहार की खुशियाँ साझा करने के लिए है, बल्कि ग्रामीण और वनवासी समुदायों में पुलिस की मानवीय छवि को मजबूत करने का भी प्रयास है।
उन्होंने कहा…
पुलिस केवल अपराधियों से निपटने वाली संस्था नहीं है, बल्कि समाज का वह अंग है जो हर नागरिक की खुशी, सुरक्षा और सम्मान का रक्षक है। हमारा प्रयास है कि समाज के हर वर्ग तक यह संदेश पहुँचे कि पुलिस आपकी अपनी है।

दीपावली की खुशियों में रंग भरी मुस्कानें… ग्राम बहाउड़ के खुले मैदान में बच्चों ने उत्साहपूर्वक पुलिस अधिकारियों का स्वागत किया। छोटे-छोटे बच्चों ने रंगीन कपड़ों में दीप जलाए, गीत गाए और अपने हाथों से बने दीये पुलिस अधिकारियों को भेंट किए। इसके बाद पुलिस अधीक्षक
भोज राम पटेल और उनकी टीम ने मिठाइयाँ, चॉकलेट, एवं छोटे पटाखे वितरित किए। बच्चे और परिवारजन इस खुशी में झूम उठे। ग्रामीणों ने बताया कि पहली बार ऐसा अवसर आया है जब पुलिस उनके गांव में त्योहार मनाने पहुंची है।
एक ग्रामीण महिला ने मुस्कुराते हुए कहा…
आज पहली बार लगा कि सरकार और पुलिस सच में हमारे अपने हैं। बच्चों के चेहरों की खुशी देखकर दिल भर आया।
पुलिस की जनसंवेदनशील भूमिका का उदाहरण पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने ग्रामीणों से संवाद करते हुए शिक्षा, स्वच्छता और नशामुक्त जीवन के महत्व पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि बच्चों की शिक्षा ही उनके उज्जवल भविष्य की नींव है और समाज तभी प्रगति कर सकता है जब उसके बच्चे शिक्षित हों।
उन्होंने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा…

हम सबको मिलकर अपने बच्चों को पढ़ाई की ओर प्रेरित करना चाहिए। दीपावली केवल दीप जलाने का त्यौहार नहीं, बल्कि ज्ञान और उम्मीद का प्रतीक है।
बैगा जनजाति के बीच विश्वास और आत्मीयता की नई किरण बैगा जनजाति छत्तीसगढ़ की विशेष रूप से संरक्षित जनजातियों में से एक है, जो अब भी प्राकृतिक जीवन शैली और पारंपरिक संस्कृति में विश्वास रखती है। प्रशासन की यह पहल इन समुदायों के साथ जुड़ाव का महत्वपूर्ण प्रयास साबित हो रही है।इस अवसर पर स्थानीय सरपंच, सामाजिक कार्यकर्ता एवं पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। उन्होंने मुंगेली पुलिस की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे समाज में पुलिस और जनता एक परिवार की भावना को बल मिला है।

ग्रामीणों ने दिया धन्यवाद, कहा… यह दीपावली याद रहेगी” ग्राम बहाउड़ के वरिष्ठ ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक और टीम का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह दीपावली उनके लिए विशेष रही, क्योंकि पहली बार किसी अधिकारी ने इस दूरस्थ इलाके में आकर बच्चों के साथ उत्सव मनाया। ग्रामीणों ने दीप जलाकर और पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत कर पुलिस टीम का स्वागत किया। बच्चों ने हाथों में मिठाई और पटाखे लेकर जय छत्तीसगढ़ और दीपावली मुबारक के नारे लगाए।
पुलिस अधीक्षक की अपील “खुशियाँ बाँटे, नशा नहीं” अंत में पुलिस अधीक्षक भोज राम पटेल ने सभी ग्रामवासियों से नशामुक्ति, स्वच्छता और एकजुटता की अपील की। उन्होंने कहा कि समाज तभी मजबूत बनेगा जब हर व्यक्ति अपने कर्तव्यों का पालन करेगा। उन्होंने ग्रामीण युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने गांवों को अपराध और नशे से मुक्त करने में सहयोग दें।

कार्यक्रम का सार सच्ची दीपावली वही, जब किसी के चेहरे पर मुस्कान लाएँ। इस आयोजन ने यह सशक्त संदेश दिया कि सच्ची दीपावली केवल रोशनी और पटाखों से नहीं, बल्कि दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लाने से होती है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल और उनकी टीम की यह संवेदनशील पहल निश्चित रूप से पूरे राज्य के लिए एक प्रेरक उदाहरण है।
संक्षेप में…

आयोजन स्थल : चौकी खुड़िया, ग्राम बहाउड़ (वनांचल क्षेत्र), जिला मुंगेली
अवसर : दीपावली एवं गोवर्धन पर्व
आयोजनकर्ता : पहल जागरूकता अभियान, मुंगेली पुलिस नेतृत्व : पुलिस अधीक्षक श्री भोज राम पटेल लाभार्थी : 88 बैगा परिवार, 260 बच्चे कार्यक्रम का उद्देश्य : सामाजिक जुड़ाव, जनजागरूकता और खुशियाँ साझा करना।

