व्यवसायी के परिवार के 3 सदस्यो की मौत फैली दहशत सुरक्षा के मद्देनजर बुधवारी बाजार किया गया सील!
30-Aug,2020
बिलासपुर-[जनहित न्यूज़] में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत के बाद बुधवारी बाजार को भी सील कर दिया गया। टिकरापारा जलाराम मंदिर के पीछे रहने वाले व्यवसायी की बुधवारी बाजार में कपड़े की दुकान है। कोरोना संक्रमित होने के बाद शनिवार सुबह को बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में परिवार के मुखिया की मौत हो गई थी। अभी परिवार सदमे से बाहर आ भी नहीं पाया था कि शनिवार रात को ही संक्रमित मां और बेटे दोनों की मौत रायपुर के एम्स में हो गई, जिससे पूरे टिकरापारा और दयालबंद क्षेत्र में दहशत फैल गया। इसी परिवार का बिलासपुर बुधवारी बाजार में कपड़े का प्रतिष्ठित शोरूम भी है। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की कोविड-19 वायरस से मौत के बाद एहतियात के तौर पर बुधवारी बाजार को आंशिक रूप से बन्द कर दिया गया।
रविवार को बुधवारी बाजार के एक बड़े हिस्से में वीरानी छाई रही। यहां के व्यापारियों ने अपने साथी को श्रद्धांजलि देने के लिए स्वस्फूर्त ढंग से व्यवसाय बंद रखा। वैसे अधिकृत रूप से फिलहाल बुधवारी बाजार को बंद नहीं किया गया है
वही उनसे संपर्क में आने वालों की जानकारी जुटाई जा रही है। पूरे प्रदेश के साथ बिलासपुर में भी तेजी के साथ कोरोना का संक्रमण फैल रहा है। इस बार ट्रैवल हिस्ट्री प्रभावी नहीं है, उसकी बजाय कम्युनिटी स्प्रेड से ही कोरोना फैलता दिख रहा है , जो कि सबसे खतरनाक पड़ाव बताया जाता है। वहीं जानकार बता रहे हैं कि जो लोग इलाज के बाद ठीक होकर लौट रहे हैं उन्हें भी कई शारीरिक बदलाव और दिक्कतें हैं । और इसके बाद भी लोग कोरोना को लेकर बेहद लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं। कुछ लोगों का दावा है कि कोरोनावायरस सर्दी जुकाम की तरह का एक संक्रमण है और इससे कुछ नहीं होता। अगर ऐसा ही होता तो फिर इतनी मौतें क्यों हो रही है, इसका जवाब शायद ऐसे कुतर्क करने वालों के पास नहीं है। कई महीनों तक लॉक डाउन लगाने के बाद अब सरकार भी अनलॉक पर जोर दे रही है और गेंद आम आदमी के पाले डाल दिया गया है। इसलिए संकट बढ़ता ही जा रहा है। शुरुआती दौर में भी जानकारों ने भविष्यवाणी की थी कि कोविड-19 की वजह से सर्वाधिक मौतें सितंबर महीने में होने वाली है, यानी असली खतरा तो अभी बाकी है।